कोर्ट मैरिज करने आए युगल पर अदालत परिसर में हमला, जानें वजह

झारखंड
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  • युवक-युवती समेत दोस्तों से की मारपीट व अगवा
  • बार एसोसिएशन ने जताया विरोध, सुरक्षा की मांग

रांची। शादी करने आए युगल पर कोर्ट परिसर में हमला हुआ। युवक युवती और दोस्तों के साथ कोर्ट मैरिज करने अधिवक्ता के चैंबर में पहुंचा था। इस दौरान विशेष समुदाय के युवकों ने चैंबर में घुसकर प्रेमी युगल और उनके दो दोस्तों को जबरन बाहर खींच लिया। जमकर मारपीट करने के बाद अगवा कर ले गए। घटना ने पूरे परिसर में सनसनी फैला दी। इस क्रम में अधिवक्ता श्वेता कच्छप के साथ भी गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया गया। उनके कागजात और फाइलें फेंक दी गईं।

यह है मामला

झारखंड के लोहरदगा जिले के भंडरा थाना क्षेत्र के 24 वर्षीय मनीष कुमार और गुमला जिले के भरनो की 25 वर्षीय रुबेना खातून ने 3 मार्च, 2025 को गुमला उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर विवाह की जानकारी दी थी। आवेदन में रुबेना ने स्पष्ट लिखा कि वह किसी दबाव या बहकावे में आकर नहीं, बल्कि अपनी मर्जी से मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना रही हैं।

उसने लिखा है कि आज के तारीख से मै आजीवन के लिए हिंदू धर्म को अपना रही हूं। इसके बाद 16 अप्रैल, 2025 को दोनों ने रांची स्थित आर्य समाज मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया। विवाह प्रमाणपत्र भी प्राप्त किया। विवाह के बाद रुबेना ने अपना नाम बदलकर अन्नपूर्णा साह रख लिया।

कोर्ट परिसर की घटना

शुक्रवार को मनीष अपनी पत्नी अन्नपूर्णा और दो दोस्तों के साथ रजिस्टर मैरिज की प्रक्रिया पूरी करने अधिवक्ता श्वेता कच्छप के चैंबर पहुंचे। विवाह की भनक लगते ही विशेष समुदाय के कई युवक वहां पहुंच गए।

आरोप है कि उन्होंने चैंबर में घुसकर चारों को गालियां दीं। मारपीट करते हुए बाहर खींचा और जबरन अगवा कर ले गए। इस दौरान अधिवक्ता श्वेता के साथ भी दुर्व्यवहार किया। उनके टेबल-कागजात को इधर-उधर फेंक दिया गया।

अधिवक्ता श्वेता कच्छप ने बताया कि “क्लाइंट को मेरे चैंबर से निकालकर खुलेआम पिटाई की गई। भारी संख्या में लोग वहां मौजूद थे, लेकिन किसी ने सामने आकर रोकने की हिम्मत नहीं की।”

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही अधिवक्ता ने तत्काल लोहरदगा थाना प्रभारी को सूचित किया। सूचना पर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मनीष को बरामद कर लिया। हालांकि घटना से अधिवक्ता और पीड़ित पक्ष काफी दहशत में हैं।

बार एसोसिएशन का विरोध

जिला बार एसोसिएशन ने पूरे मामले की कड़ी निंदा की है। अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष हेमंत कुमार सिन्हा और सचिव दीपक लाल ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि कोर्ट परिसर जैसी सुरक्षित जगह पर इस तरह की घटना न केवल चिंताजनक है बल्कि न्याय व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और जिला प्रशासन से कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने की अपील की।

बार एसोसिएशन ने कहा कि घटना की जानकारी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और राज्य सरकार को भी दी जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

लोगों में आक्रोश

इस घटना के बाद वकीलों और आम लोगों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर कोर्ट परिसर ही सुरक्षित नहीं रहेगा, तो आम नागरिक न्याय के लिए कहां जाएंगे। घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। जिला प्रशासन पर यह सवाल उठ रहा हैं कि आखिर कोर्ट परिसर जैसे संवेदनशील स्थल पर हमलावर कैसे इस तरह की वारदात को अंजाम देने में सफल रहे।

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