छात्रों और शिक्षकों को चैटजीपीटी एवं डीपसीक से जोड़ा जा रहा
गणपत लाल चौरसिया
गुमला। झारखंड का पहला जिला गुमला बना है, जहां उपायुक्त की पहल पर विद्यालयी शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को अपनाते हुए छात्रों और शिक्षकों को चैटजीपीटी एवं डीपसीक जैसे आधुनिक एप्लिकेशनों से जोड़ा जा रहा है। उपायुक्त के मार्गदर्शन में शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को स्मार्ट स्टूडेंट और शिक्षकों को स्मार्ट टीचर बनाते हुए शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।
गुमला एक ट्राइबल बहुल जिला है, जहां बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रशासन लगातार विशेष प्रयास कर रहा है। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में अब छात्रों को एसआई तकनीक के सुरक्षित उपयोग की जानकारी दी जा रही है।
उपायुक्त ने कहा कि इस पहल से बच्चों में जिज्ञासा की भावना बढ़ेगी। पढ़ाई में तेजी आएगी। वे स्वयं अपने डाउट्स की प्रैक्टिस कर सकेंगे। इससे उनकी बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। वे कम समय में अधिक विषयवस्तु को सीखने में सक्षम होंगे।
उपायुक्त के निर्देशानुसार सभी विद्यालयों में बच्चों और शिक्षकों के स्मार्टफोन में चैटजीपीटी और डीपसीक एप्लिकेशन डाउनलोड कराते हुए उनके सुरक्षित और उचित उपयोग की जानकारी दी जा रही है।
शिक्षकों और अन्य विद्यालय कर्मियों को भी इन एप्लिकेशनों से जोड़ा जा रहा है, ताकि वे छात्रों के गृहकार्य, प्रोजेक्ट, मूल्यांकन और अन्य शैक्षणिक कार्यों में मार्गदर्शन कर सकें।
बच्चों के अभिभावकों से भी आग्रह किया गया है कि जिन परिवारों में स्मार्टफोन उपलब्ध हैं। वे कुछ दिनों के लिए बच्चों को फोन विद्यालय भेजें, ताकि अधिक से अधिक छात्र इस तकनीक से लाभान्वित हो सकें।
आज सिसई प्रखंड स्थित माघी बालिका उच्च विद्यालय में 158 बच्चियों को एप्लिकेशन डाउनलोड कराते हुए इसके उपयोग की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय गुमला में लगभग 200 शिक्षक/कर्मियों और कक्षा 9 से 12 तक के 100 से अधिक छात्रों को चैटजीपीटी और डीपसीक डाउनलोड कराते हुए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर डीईओ, डीएसई, आईटी मैनेजर, पिरामल फाउंडेशन और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रतिनिधि, जिला से बीपीओ दिलदार सिंह, शिक्षक जयंत पांडेय, बीआरसी, लेखापाल, एमआईएस समन्वयक, सीआरपी और आईसीटी प्रशिक्षक मौजूद रहे।
इसी तरह संत तुलसीदास प्लस टू उच्च विद्यालय सिसई में 24 शिक्षक और 53 बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। भरनो प्रखंड में शिक्षकों के लिए विशेष गुरुगोष्ठी आयोजित की गई, जबकि कामडारा प्रखंड के कुरकुरा और टिटही उच्च विद्यालयों में भी छात्रों को जागरूक किया गया।
मॉडल स्कूल रायडीह में प्रधानाध्यापक प्रवीण ओहदार ने कक्षा 9 और 10 के छात्रों को चैटजीपीटी और डीपसीक के प्रयोग की जानकारी दी, वहीं पीएम श्री एसएस +2 उच्च विद्यालय रायडीह में शिक्षकों और छात्रों को सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
अब तक जिले में लगभग 1000 से अधिक छात्रों के स्मार्टफोन में एआई एप्लिकेशन डाउनलोड कराए जा चुके हैं। यह पहल आने वाले समय में और सघन रूप से चलाई जाएगी, ताकि गुमला के बच्चे आधुनिक तकनीक का सुरक्षित उपयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें और उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।
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