चक्रधरपुर। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) द्वारा 27 मई को सरना धर्म कोड की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का एलान किया गया है। इस कार्यक्रम का भाजपा एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष सह पंचायत समिति सदस्य तीरथ जामुदा ने कड़ा विरोध किया है। इसपर सवाल उठाया है।
तीरथ जामुदा ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार को पहले चुनाव से पूर्व किए गए अपने वादों को निभाना चाहिए। उन्होंने इचा (कुजू) बहुउद्देशीय डैम परियोजना को रद्द करने की मांग उठाई, जिसका वादा खुद मुख्यमंत्री ने किया था। उनका कहना है कि यह डैम कोल्हान क्षेत्र के लाखों आदिवासियों को विस्थापित कर देगा।
श्री जामुदा ने सवाल उठाया, “जब आदिवासी ही नहीं बचेंगे तो सरना धर्म कोड का क्या अर्थ रह जाएगा?” उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोल्हान क्षेत्र से आदिवासी समुदाय को समाप्त करने की साजिश रच रहे हैं।
जामुदा ने कांग्रेस पार्टी से भी जवाब मांगा कि पहले से लागू सरना कोड को क्यों हटाया गया। उन्होंने जेएमएम के धरना-प्रदर्शन को “एक सोची-समझी लंबी नाटक की शुरुआत” बताते हुए कहा कि अब जनता जेएमएम का चाल, चरित्र और चेहरा भली-भांति पहचान चुकी है। धरना-प्रदर्शन को लेकर राजनीतिक माहौल गरम होता जा रहा है और आदिवासी हितों को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूब वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। साथ ही, सुविधा के मुताबिक अन्य खबरें भी पढ़ सकते हैं।
आप अपने न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स सहित अन्य सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं। खबरें पढ़ सकते हैं। सीधे गूगल हिन्दी न्यूज पर जाकर खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।
हमारे साथ इस लिंक से जुड़े
https://chat.whatsapp.com/H5n5EBsvk6S4fpctWHfcLK