IAS अधिकारी संजीव हंस गिरफ्तार, ED ने इस मामले में की कार्रवाई

बिहार देश
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पटना। बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर आ रही है, आइएस अधिकारी और ऊर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को ईडी ने शुक्रवार की रात गिरफ्तार कर लिया है।

ईडी ने आज सुबह ही संजीव हंस के पटना और दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी कर कई महत्वपूर्ण सुराग इक्ट्ठा किए थे। इसके बाद रात में ईडी ने संजीव हंस और पूर्व विधायक संजीव हंस को गिरफ्तार कर लिया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को संजीव हंस और उनके करीबियों के पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईडी की कार्रवाई पटना में दो स्थानों पर, जबकि दिल्ली में तीन स्थानों पर देर शाम तक चली। केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग एक्ट में की है।

जानकारी के अनुसार ईडी की पहल पर बिहार की विशेष निगरानी इकाई ने हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था। जबकि विशेष निगरानी की कार्रवाई के आधार पर ईडी ने कुछ दिन पहले ही आइएएस हंस व पूर्व विधायक गुलाब यादव, हंस की पत्नी समेत अन्य के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया था। सूत्रों के अनुसार नए केस के आधार पर ईडी ने आज एक बार फिर कार्रवाई को अंजाम दिया है।

ईडी ने पटना में संजीव हंस की बोर्ड कॉलोनी स्थित आवास के साथ ही दिल्ली में उनके करीबी प्रवीण चौधरी समेत दो अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की।

सूत्रों की मानें, तो दिल्ली में हुई कार्रवाई के क्रम में जांच एजेंसी के हाथ संपत्ति में निवेश के कई अहम दस्तावेज लगे हैं। साथ ही बैंक में जमा नकदी की जानकारी भी मिली है। प्रवीण चौधरी जिसके यहां छापा मारा गया, वह मूल रूप से मधुबनी का रहने वाला है।

वह गुलाब यादव और संजीव हंस का करीबी है। हंस के पटना स्थित ठिकाने से क्या बरामद हुआ इस बारे में ईडी फिलहाल कोई जानकारी साझा करने से बच रही है।

दरअसल, दिल्ली के आनंद निकेतन के सी-35 भवन के तीसरे तले पर संजीव हंस की पत्नी और परिवार रहता है। यह फ्लैट प्रवीण चौधरी का है, जो कई बड़ी कंपनियों मसलन केईसी इंटरनेशनल, यूनिवर्सल केबल्स समेत अन्य के अंतर्गत सब-कांट्रैक्टर का काम करता है। यह मुख्य रूप से ऊर्जा विभाग के लिए वेंडर के तौर पर एक अगस्त 2024 से काम कर रहा है।

श्री चौधरी ने यह फ्लैट मार्च 2023 में 9.25 करोड़ में खरीदा था। लेकिन खरीददारी से पहले इस फ्लैट को देखने संजीव हंस और उनकी पत्नी कई बार गए थे।

सूत्रों का कहना है कि प्रवीण ने यह फ्लैट संजीव हंस द्वारा दिये गये पैसे से खरीदा था। संजीव हंस और गुलाब यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है।

आइएएस अधिकारी संजीव हंस पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के साथ ही पद का दुरुपयोग कर अवैध तरीके संपत्ति अर्जित करने के अलग-अलग मामले चल रहे हैं। जुलाई में भी संजीव और पूर्व विधायक गुलाब के ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी।

इसके बाद पिछले महीने भी दिल्ली, पटना के साथ ही पंजाब में कुछ स्थानों पर ईडी ने दबिश दी थी। संजीव हंस और उनके करीबियों के यहां पूर्व में हुई छापेमारी में सोने-चांदी के जेवरात, 90 लाख नकद के साथ ही निवेश से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। हंस के पास दिल्ली, मोहाली समेत अन्य स्थानों पर संपत्ति की जानकारी भी सामने आई है।