रांची। झारखंड के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। राज्य के एससी, एसटी और आदिम जनजाति के बीपीएल श्रेणी के लोगों को जोड़ा बैल वितरण स्कीम का लाभ इस बार के वित्तीय वर्ष (2024-25) में भी दिया जाना है। इसके लिए अलग-अलग जिलों में प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है।
यह जानकारी कृषि, पशुपालन विभाग, झारखंड ने दी है। बताया है कि इस योजना के तहत विभिन्न जिलों के छोटे एवं सीमान्त किसानों को खेती करने के लिए जोड़ा बैल वितरित करने की योजना पर सहमति दी गई है। लाभुकों का चयन ग्राम सभा की अनुशंसा के आधार पर होना है।
अनुशंसा के बाद पूरा भरा आवेदन संबंधित प्रखंडों की प्रखंडस्तरीय चयन समिति के माध्यम से जिला पशुपालन पदाधिकारी के पास पहुंचेगा। योजना के तहत जोड़ा बैल की लागत राशि 40,000 रुपया है। इस पर चयनित लाभुकों को 90% अनुदान मिलेगा। रांची जिला में इसके लिए 77 लाभुकों, रामगढ़ में 31 और इसी तरह अलग-अलग जिलों के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
योजना का लाभ एससी, एसटी, आदिम जनजाति, दिव्यांग लोगों को दिए जाने पर जोर है, जो संबंधित जिले के स्थानीय निवासी हों और बीपीएल कैटेगरी से हों। उनका पशुधन गतिविधि से जुड़ा होना और खेती लायक जमीन का होना भी महत्वपूर्ण होगा। जोड़ा बैल की आपूर्ति नियमानुसार निदेशालय से निबंधित, सूचीबद्ध सप्लायर के द्वारा लाभुकों को योजना के आलोक में की जाएगी।
विस्तृत जानकारी, आवेदन के लिए नजदीकी प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी से उनके कार्यालय में ली जा सकती है। पशुपालन विभाग का प्रयास इस महीने की आखिर तक योजना के तहत आवेदन हासिल कर लिए जाने का है।