हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिला के केरेडारी में गिरती कानून व्यवस्था की वजह से अपराधियों का हौसला बुलंद है। थाना क्षेत्र में स्थित एनटीपीसी चट्टीबरियातू कोल परियोजना में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया। ये घटना उस वक्त हुई, जब टाइकून कंपनी ओबी हटाने का कार्य कर रही थी।
अपराधियों ने वहां काम कर रहे कर्मियों को पहले जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद कंपनी के वर्क शॉप में मौजूद ग्रेडर मशीन और वोल्वो हाइवा वाहन (एपी 26 टीएफ 6053) में आग लगा दी। इस घटना में ग्रेडर मशीन पूरी तरह जलकर खाक हो गयी। जबकि वहां खड़ी वोल्वो हाइवा को ड्राइवरों ने जलने से बचा लिया।
घटना की सूचना मिलने के बाद हजारीबाग पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है। घटना की जिम्मेवारी बीकेएस तिवारी गिरोह के लोगों ने ली है। इसके साथ ही उन्होंने एक पर्चा छोड़ प्रबंधन को चेतावनी दी है। उस पर्चा में ट्रांसपोर्टरों और कंपनियों को संगठन से मिलकर काम करने की धमकी दी गयी है।
इस बाबत वहां पर कार्यरत लोगों से बातचीत की गयी, तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार की देर रात 8 से 10 हथियारबंद अपराधी सिविल ड्रेस में टाइकून कंपनी के वर्क शॉप में पहुंचे।
इसके बाद हथियार लहराते हुए 4 राउंड फायरिंग कर वहां मौजूद लोगों को जान से मारने की धमकी दी। जाते-जाते अपराधियों ने वहां खड़े वाहन में आग दी। सभी अपराधी पैदल ही वर्क शॉप में पहुंचे थे।
घटनास्थल से एक पर्चा भी बरामद हुआ है, जिसमें बीकेएस तिवारी ग्रुप ने घटना की जिम्मेवारी ली है। उस पर्चे में विपिन पांडे नामक शख्स का उल्लेख किया गया है।
साथ ही ऋतिक, त्रिवेणी सैनि, बीजीआर कंपनी को संगठन के साथ मिलकर चलने और एनटीपीसी के पांडू और चट्टीबरियातू के जनप्रतिनिधियों से कंपनी की दलाली बंद करने की चेतावनी दी गयी है। ऐसा न करने पर गोली मारने की धमकी दी गयी है। पुलिस उस पर्चे को जब्त कर मामले की छानबीन में जुटी है।