CM हेमंत ने 183 अभ्यर्थियों को सौंपा नियुक्ति पत्र, जेपीएससी और जेएसएससी से चयनित अफसरों को लेकर कही ये बात

झारखंड
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रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले सीएम हेमंत सोरेन पूरे एक्शन में हैं। मंगलवार को उन्होंने 183 चयनित अभ्यर्थियों को झारखंड मंत्रालय के सभागार में आयोजित समारोह में नियुक्ति पत्र सौंपा।

उन्होंने कहा कि यूपीएससी की तरह जेपीएससी और जेएसएससी से चयनित अफसर भी बेहतर कार्य करने पर सम्मानित किए जाएंगे। राज्य के सर्वांगीण विकास में नवनियुक्त अभ्यर्थियों की अहम भूमिका है। आशा है आप शहरों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

चयनित अभ्यर्थियों में असिस्टेंट टाउन प्लानर, जूनियर इंजीनियर (मैकेनिकल) मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर, माइनिंग इंस्पेक्टर, जूनियर इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल), स्ट्रीट लाइट इंस्पेक्टर और पाइपलाइन इंस्पेक्टर शामिल हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज फिर वही सकारात्मक ऊर्जा एवं उत्साह के साथ राज्य के विकास को गति देने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों में चयनित 183 नवनियुक्त अभ्यर्थियों को राज्य सरकार की ओर से नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। कुछ नियुक्तियां झारखंड लोक सेवा आयोग एवं कुछ नियुक्तियां झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा की गयी हैं।

राज्य सरकार द्वारा विभिन्न पदों पर पहले भी नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है और छूटे हुए अभ्यर्थियों को आज नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि नवनियुक्त अभ्यर्थी राज्य के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण कड़ी बनेंगे। इसी आशा और उम्मीद के साथ कि राज्य को देश के अग्रणी राज्यों के समकक्ष पहुंचाने का प्रयास आप सभी प्रतिबद्धता के साथ करेंगे।

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आज टाउन प्लानर की नियुक्ति हुई है। उनका प्रयास होना चाहिए कि शहर का सर्वांगीण विकास कैसे हो? आपकी सूझबूझ और आपके अनुभव के आधार पर राज्य के शहरों को एक नई दिशा मिलेगी।

आप ईमानदारी से काम करें तथा बेहतर कार्य कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन करें। आप राज्य के विकास में बेहतर कार्य करेंगे, तो सरकार आपको सम्मानित करेगी। सिर्फ यूपीएससी से ही चयनित नहीं, बल्कि जेपीएससी और जेएसएससी से चयनित अभ्यर्थियों को भी अच्छे कार्य के लिए सम्मानित करने का कार्य राज्य सरकार करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में खनन की गतिविधि अन्य राज्यों से अलग है। राज्य में माइनिंग इंस्पेक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण साबित होगी। राज्य के 24 जिला में से आधे से अधिक जिलों में खनन की गतिविधियां होती हैं। खनन कार्य अव्यवस्थित नहीं, बल्कि सुव्यवस्थित तरीके से हो यह हम सभी की नैतिक जिम्मेवारी है।

खनन कार्य के विषय को गंभीरता से लेने की जरूरत है। निश्चित रूप से हम लोग आने वाले समय में खनन कार्य सिस्टमैटिक ढंग से करें, जिससे यहां के जान-माल को खतरा न हो तथा खनिज संपदाओं का लाभ राज्यवासियों को मिल सके।

जल संसाधन विभाग में चयनित अभ्यर्थियों से कहा कि झारखंड एक पहाड़ी क्षेत्र है। यहां का भौगोलिक बनावट बिल्कुल अलग है। उनका इस बात पर जोर रहा है कि हर खेत तक पानी पहुंचाया जाए।

राज्य सरकार नई तकनीक और नई योजनाओं के साथ आगे बढ़ रही है, लेकिन इसकी गति को और बढ़ाना होगा। तभी हम सभी खेतों में पानी पहुंचा पाएंगे। जब हर एक खेत में पानी पहुंचाने का लक्ष्य पूरा होगा तभी राज्य से पलायन भी रुकेगा।

मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त जूनियर इंजीनियरों, लाइट इंस्पेक्टर और पाइप लाइन इंस्पेक्टरों से कहा कि आए दिन सड़क बनती है और सड़क बनने के क्रम में पानी सप्लाई लाइन की पाइपें फट जाती हैं। पाइपलाइन फटने से सड़कों पर हजारों गैलन पानी बेवजह बर्बाद हो जाता है।

आवागमन भी बाधित होता है। सरकार को खरी-खोटी सुननी भी पड़ती है। शहरों में स्ट्रीट लाइट भी जलती- बुझती रहती हैं। कई स्ट्रीट लाइटों में विशेष आयोजनों पर लरियां बांध दी जाती हैं। शहरों में स्ट्रीट लाइट सहित अन्य प्रकाश व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करना आपकी जिम्मेदारी है।

मौके पर मंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री हफीजुल हसन, मंत्री दीपक बिरुआ, मुख्य सचिव एल खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी समेत अन्य उपस्थित थे।