नई दिल्ली। हैरान करने वाली खबर आई है, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल-हमास युद्ध पर एक प्रस्ताव पेश किया गया, जो कि बहुमत के साथ पारित भी हो गया। हालांकि, भारत ने इस वोटिंग से खुद को अलग रखा। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को भारत का यह स्टैंड पसंद नहीं आया। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया है।
बताते चलें कि, प्रस्ताव में संघर्ष विराम की अपील की गई थी। भारत इससे इसलिए खुद को अलग रखा, क्योंकि इसमें आतंकवादी संगठन हमास को लेकर कुछ नहीं कहा गया, जिसने बीते 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर दिया था।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भारत का यूएनजीए में वोटिंग से दूर रहना, एक राष्ट्र के रूप में हमारे देश के जीवन भर से चली आ रही हर चीज के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “एक स्टैंड लेने से इनकार करना और चुपचाप देखना, क्योंकि मानवता के हर कानून को नष्ट कर दिया गया है। लाखों लोगों के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा आपूर्ति, संचार और बिजली काट दी गई है।
फिलिस्तीन में हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को मारा जा रहा है। एक राष्ट्र के रूप में हमारा देश जीवन भर उन सभी चीजों के खिलाफ खड़ा रहा है, जिसके लिए वह खड़ा रहा है।” प्रियंका गांधी ने महात्मा गांधी को भी उद्धृत किया। उन्होंने लिखा, “आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देती है।”
7 अक्टूबर को हमास द्वारा अचानक किए गए हमले के बाद इजरायल द्वारा फिलिस्तीनी क्षेत्र पर जवाबी हमले शुरू करने के बाद गाजा में 7,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। इजरायल के 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे। 200 से अधिक को बंधक बना लिया गया था।