चाईबासा। अति का अंत। खबर झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले से आई है। यहां गोइलकेरा थाना अंतर्गत अत्यंत नक्सल प्रभावित कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र के रेला-पराल के जंगल में बीते दिनों सुरक्षाबलों व भाकपा माओवादियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली चमरा दा मारा गया था।
हालांकि नक्सली मुठभेड़ के दौरान ही चमरा दा का शव लेकर भागने में सफल रहे थे। उस समय पुलिस ने दावा किया था कि मुठभेड़ में कुछ नक्सली मारे गये हैं, लेकिन शव की बरामदगी नहीं होने तथा अन्य जानकारी नहीं मिलने की वजह से पुलिस इसका खुलासा नहीं कर पाई थी कि कौन-कौन और कितने नक्सली मारे गये हैं।
बताते चलें कि बीते 27 सितंबर को कोल्हान जंगल में नक्सलियों द्वारा भाकपा माओवादी का 19वां स्थापना दिवस मनाया गया था। इस स्थापना दिवस के दौरान नक्सली अपने शहीद साथियों को याद करते हुए लाल सलाम कह रहे थे।
इसी दौरान कुछ महिला नक्सलियों को क्रांतिकारी गीतों के माध्यम से रेला-पराल में हुई मुठभेड़ के दौरान नक्सली चमरा दा के मारे जाने का जिक्र करते सुना गया।
इस दौरान चमरा दा की तस्वीर को भी विशेष रूप से फोकस किया गया था। नक्सली हमेशा मुठभेड़ के दौरान अपने मारे गये साथियों का शव लेकर भाग जाते हैं एवं उनका जिक्र जल्दी नहीं करते हैं।