टंडवा। झारखंड के चतरा जिले के टंडवा में लोन रिकवरी एजेंट से 2.11 लाख रुपये लूटकांड में टंडवा पुलिस को सफलता मिली है। घटना के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
इंस्पेक्टर बिजय कुमार की टीम ने लूट के 1.30 लाख रुपये जब्त करते हुए एक हथियार के साथ टंडवा थाना के आसपास रहने वाले चार लुटेरों को जेल भेज दिया।
इस लूटकांड में बेलवाटांड़ थाना टंडवा के लालू अंसारी, पिता जाहिद अंसारी, पुरनी गोन्दा के रमेश ठाकुर, पिता बंसी ठाकुर, संजय गंझू, पिता महावीर गंझू तथा उमेश गंझू, पिता कृष्णा उरांव शामिल हैं।
इंस्पेक्टर बिजय कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि भुक्तभोगी से लूटा हुआ 1 लाख 30 हजार 210 रुपए नगद के अलावे, एक मोबाइल, एक बैग, एक टैब, एक थम्स स्कैनर तथा लोन से संबंधित कागजात जब्त किये गये हैं। साथ ही आरोपियों के पास से एक रिवाल्वर और दो मोबाइल भी जब्त किए गए हैं।
बताया कि 4 अक्तबूर की शाम साढ़े पांच बजे बेलवाटांड़ राहम बाइपास के पास आधा दर्जन अपराधियों ने भारत फाइनेंस के रिकवरी एजेंट सुनील बाउरी से 2.11 लाख रुपए समेत मोबाइल लूट लिए थे। इस घटना के बाद एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर इंस्पेक्टर बिजय कुमार के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया।
इस टीम ने सर्वप्रथम एक अपराधी लालू अंसारी को रिवाल्वर के साथ दबोचा, तो सच्चाई सामने आ गयी। इंस्पेक्टर बिजय कुमार सिंह के अनुसार आरोपी लालू के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर तीन अन्य आरोपी दबोचे गये।
पुलिस के अनुसार लूट की रकम आरोपी रमेश ठाकुर अपने घर में छुपा कर रखे हुए था। एक सवाल के जवाब में बताया कि शेष रकम दो फरार आरोपियों के पास होने की संभावना है। इस टीम में इंस्पेक्टर के अलावा अवर निरीक्षक अशोक कुमार, रोहित यादव, दिनेश हेम्ब्रम, राजेश राम समेत अन्य जवान शामिल थे।
लोन रिकवरी से 2.11 लाख की रकम लूटने के बाद आरोपी अपने-अपने घरों में जमीन के अंदर गाड़कर आराम फरमा रहे थे। लूट की रकम रमेश ठाकुर अपने घर में जमीन के नीचे एक कपड़े में बांध कर छुपा दिया था। बुधवार की शाम लूट कांड के बाद गिरफ्तार चारों आरोपी भयवश एक रुपये भी खर्च नहीं किए।
बाद में बांटेंगे कहकर गुप्त स्थान पर रख दिया गया। इंस्पेक्टर बिजय कुमार सिंह के अनुसार इन चारों पर पहले से एक भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। अपराध की दुनिया में यह इनका पहला कदम था।