उत्तर प्रदेश। खबर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से है। शहर के लोगों को बीमारी का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल जाना पड़ता था। कुछ ऐसे भी गरीब तबके के लोग हैं, जिनके पास पैसा नहीं है फिर भी उनका इलाज होता था। लेकिन इसके लिए उन्हें लाइन लगाकर पहले आयुष्मान कार्ड बनवाना पड़ता था। तभी आयुष्मान कार्ड के जरिए उनका इलाज हो सकता था।
अब आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लंबी कतारों से जल्द ही राहत मिलेगी। मोबाइल के जरिए लोग घर पर बैठे अपना आयुष्मान कार्ड बना सकेंगे और इलाज करा सकेंगे।
बता दें कि, NFSA के अंतर्गत सभी वह परिवार जिनके कम से कम 6 सदस्य हैं। उनको भी सरकार के आयुष्मान योजना के तहत शामिल कर लिया गया है। इन परिवारों को चिन्हित कर इनका डेटाबेस भी पोर्टल पर उपलब्ध करा दिया गया है। वहीं अब आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लोग खुद अपने मोबाइल के जरिए बना सकते हैं।
इसके लिए लोगों को अपने फोन पर प्ले स्टोर से ‘आयुष्मान APP नेशनल हेल्थ अथॉरिटी’ को डाउनलोड करना होगा। इसके लिए जिला अस्पताल के किसी स्टाफ की या अपने आसपास किसी और व्यक्ति की मदद ले सकते हैं। फिर इसी ऐप के जरिए आयुष्मान कार्ड अपना अप्लाई कर सकते हैं।
इस ऐप के लांच होने के बाद अब लोगों को लाइन में लगकर आयुष्मान कार्ड बनवाने से फुरसत मिलेगी। जिला अस्पताल के SIC राजेंद्र ठाकुर बताते हैं कि, ऐप से लोग अपने आप आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं।
शुरू में थोड़ी दिक्कत होगी, लेकिन इसके लिए जिला अस्पताल का स्टाफ और किसी की वह मदद ले सकते हैं। वहीं कुछ दिन के बाद यह ऐप पूरी तरीके से पोर्टल पर अपडेट हो जाएगा और लोगों के कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे। अब सफेद राशन कार्ड वालों के भी आयुष्मान कार्ड बनने शुरू हो गए हैं।