जमशेदपुर। झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत पाटा हेंसल स्थित वनांचल कॉलेज ऑफ फार्मेसी में सोमवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस वर्ष का मुख्य थीम था “फार्मेसी स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाना”। यह दुनिया भर में स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने में फार्मासिस्टों की भूमिका पर जोर देता है। साथ ही अंगदान की आवश्यकता और महत्व पर भी प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के निदेशक राम दर्शन सिंह ने केक काट कर किया और सभी को शुभकामनाएं देते हुए फार्मेसी और फार्मासिस्ट के महत्व को बताया। संस्थान के सहायक प्राध्यापक मनोज महतो ने बताया कि 0.01 प्रतिशत व्यक्ति ही भारत में अंगदान करते हैं और इसका मुख्य कारण जागरुकता का अभाव है।
रक्तदान की तरह अंगदान का भी प्रचलन बढ़ना चाहिए। अंगदान ही वास्तव में महादान है, इसको समझाने के लिए संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा एक जागरुकता रैली निकाली गई। यह रैली हेंसल चौक और बाजार से होते हुए हाता चौक तक निकाली गई थी। आम जनता ने रैली को रोक-रोक कर अंगदान के विषय में जानकारियां लीं।
कार्यक्रम में संस्थान के प्रमुख प्रबंधक डॉ नन्दन पांडेय, प्राचार्या विनोदिनी मरांडी, अध्यापिका डिंपल चौहान, प्रियंका बिसेन, परमेश्वर राय, आलोक कुमार, मनोज महतो, शिवानी भंज के के अलावे सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
मंच संचालन डी फार्म प्रथम वर्ष के दो विद्यार्थी कल्प निवास और सागर मलुआ ने किया। इस कार्य में इनका सहयोग द्वितीय वर्ष के छात्र सनत कुमार ने किया। संस्थान के निदेशक ने बताया कि अभी यहां पर डी फार्म कोर्स करवाया जा रहा है और शीघ्र ही बी फार्म भी प्रारम्भ कर दिया जाएगा।