रांची। सरला बिरला विश्वविद्यालय (SBU) ने अकादमिक सत्र 2023 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को पूर्ण रूपेण लागू करने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने वाला एसबीयू झारखंड का पहला निजी विश्वविद्यालय बन गया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने बताया कि सरला बिरला विश्वविद्यालय राज्य का पहला निजी विश्वविद्यालय है, जिसमें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूर्ण रूपेण लागू करने की कार्य योजना बनाई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अर्वाचीन एवं प्राचीन ज्ञान की संयुक्त विधाओं को समाहित करने का प्रयास किया गया है।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा निर्गत दिशा निर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूर्ण रूपेण क्रियान्वित किया जाना सुनिश्चित किया गया है। सरला बिरला विश्वविद्यालय द्वारा अपने सभी विभागों में बहुविषयक व लचीला पाठ्यक्रम लागू करते हुए मूल्यांकन विधि व पढ़ाई के स्वरूप में भी संशोधन कर व्यवहारिक ज्ञान और नैतिक मूल्यों पर बल दिया जायेगा।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने आधुनिक भारत के निर्माण के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूर्णरूप में लागू करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय मूल्यों के अनुरूप प्रत्येक व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता, विचार व कौशल पर विशेष बल देती है। इसे लागू करने से अवश्य ही हमारे छात्र राष्ट्र की समृद्धि में अपनी क्षमता और प्रतिभा का सकारात्मक प्रयोग कर सकेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर विजय कुमार सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए निर्णय पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे हमारे विद्यार्थियों को आवश्यक कौशल और ज्ञानयुक्त विज्ञान, प्रौद्योगिकी शिक्षा और उद्योग जगत में दक्ष बनने के अवसर मिलेंगे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रबंधक अजय कुमार, पीएओ प्रवीण कुमार, डीन ऑफ इंजिनियरिंग प्रो श्रीधर बी दंडीन, डीन ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट डॉ संदीप कुमार, डीन ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड योगा प्रोफेसर नीलिमा पाठक, लीगल स्टडीज के प्रध्यापक डॉ राजकुमार सिंह, डीन ऑफ फार्मेसी डॉ शैलेश नारायन, डीन ऑफ ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट हरी बाबू शुक्ला, डीएसडब्ल्यू डॉ अशोक कुमार अस्थाना, डीन ऑफ नर्सिंग डॉ सुबानी बाड़ा, परीक्षा नियंत्रक प्रो राहुल वत्स, डिप्टी रजिस्ट्रार प्रो अमित गुप्ता, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ पॉल, डॉ अभिषेक चौहान, डॉ विश्वरूप सामंता, डॉ पूजा मिश्रा, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ नीतू सिंघी, प्रो आदित्य विक्रम वर्मा, डॉ भारद्वाज शुक्ल, कुलपति के ओएसडी अनुभव अंकित, आशुतोष द्विवेदी, सुभाष नारायण शाहदेव, आदित्य रंजन, राहुल रंजन आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।