उत्तर प्रदेश। हैरान कर देने वाली खबर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आयी है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वीसी, रजिस्ट्रार पर हमले के आरोपियों की प्रोफेसरों ने आरती उतारी है। आईए जानें पूरा मामला…
बीते दिनों गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कुलपति-कुलसचिव पर हमला करने के आरोपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) छात्र कार्यकर्ताओं की दो प्रोफेसर- सुषमा पांडेय और उमा श्रीवास्तव द्वारा आरती उतारे जाने और उनपर फूल बरसाने का एक वीडियो सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो उस समय का है, जब कुलपति व कुलसचिव पर हमले के आरोपी आठ कार्यकर्ता जेल से छूटकर परिषद के कार्यालय पहुंचे थे, जहां उनका ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया। उक्त दोनों प्रोफेसर परिषद से जुड़ी हुई हैं और इनमें से एक प्रांतीय स्तर की पदाधिकारी भी हैं।
बता दें कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने 21 जुलाई को विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर अजय सिंह को गिराकर पीटा था और कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह पर हाथ चलाते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की की थी। कुलपति कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और उनकी कार पर गमला फेंका गया। कुलपति को बचाने का प्रयास कर रहे पुलिसकर्मियों के साथ भी कार्यकर्ताओं ने मारपीट की।
बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर एबीवीपी के आठ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था, जिसके विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कैंट थाने के सामने सड़क भी जाम की थी।
विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ. सत्यपाल सिंह की तहरीर पर कैंट पुलिस ने विश्वविद्यालय के आठ छात्रों, एक ठेकेदार और 13 बाहरी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी। गिरफ्तार छात्र बाद में जमानत पर छूट गए थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने 21 जुलाई को घटना को लेकर 18 छात्रों को निष्काषित किया है और 6 बाहरी व्यक्तियों के कैंपस में प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है। वीसी-रजिस्ट्रार से मारपीट के आरोपियों का विश्वविद्यालय प्रोफेसरों द्वारा स्वागत किए जाने पर कांग्रेस नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘ये भाजपा-संघ से जुड़े एबीवीपी के होनहार प्रतापी छात्र हैं, जिन्होंने कुलपति, कुलसचिव की पिटाई की थी। इनका स्वागत एबीवीपी से जुड़ी गोरखपुर विश्वविद्यालय की सीनियर प्रोफेसर कर रही हैं।
गांव-गली से लेकर शैक्षणिक संस्थानों तक ऐसे ही नफरती पौध तैयार की जा रही है। जो काम पुष्पवर्षा से गदगद लोग धर्म के नाम पर कर रहे हैं, कल ये छात्र भी उसके लिए ही तैयार किए जा रहे हैं!’