मेसरा। कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज़ है, उस नवासे पर मुहम्मद को नाज़ है, यूं तो लाखों सिर झुके सजदे में लेकिन, हुसैन ने वो सजदा किया, जिस पर खुदा को नाज़ है।
मुहर्रम पर याद करो वो कुर्बानी, जो सिखा गया सही अर्थ इस्लामी, ना डिगा वो हौसलों से अपने, काटकर सिर सिखाई असल जिंदगानी।
जी हां! मुहर्रम का दिन इस्लाम मज़हब के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार, मुहर्रम के 10वें दिन को आशूरा कहते हैं। इस दिन कर्बला की लड़ाई में इमाम हुसैन का सिर कलम हो गया था। ऐसे में उन्हें याद करके जुलूस और ताज़िए निकाली जाती है। उसके बाद कर्बला में दफन किया जाता है।
इसी कड़ी में मुहर्रम को लेकर बीआईटी मेसरा ओपी थाना परिसर में रविवार को शाम चार बजे से शांति समिति की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता थाना प्रभारी सुमित कुमार सिंह ने की। बैठक में थाना क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधि, अखाड़ों के अध्यक्ष, सचिव व मुहर्रम कमेटी के सदस्यों के अलावे शांति समिति के सदस्य भी भारी संख्या में शामिल हुए।
थाना प्रभारी सुमित कुमार सिंह ने साफ-सफाई से लेकर शांति व्यवस्था कायम करने की अपील की। चेताया कि अगर कोई अराजक तत्व अराजकता फैलाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने बारी-बारी से अपनी बातें रखीं। सभी ने शांति व सौहार्द पूर्ण माहौल में मुहर्रम पर्व को भाईचारे के साथ मिलजुल कर मनाने की बात कही।
थाना प्रभारी सुमित कुमार सिंह ने मुहर्रम कमेटी के लोगों को जुलूस में विधि व्यवस्था को बनाए रखने को लेकर 10 सदस्यीय वोलेंटियर ग्रुप बनाने की सलाह दी। साथ ही उन वोलेंटियरों के नाम और मोबाइल नंबर थाना को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कमेटी के लोगों से अपील की कि मेसरा क्षेत्र में हर पर्व त्योहार को आपस में मिलजुल कर मनाने की वर्षों से परंपरा रही है। इसलिए मेरा आग्रह है कि आप उस परंपरा को कायम रखें। कहा- जुलूस में नशेड़ियों को शामिल ना होने दें। अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है और यदि किसी तरह की अफवाह की जानकारी मिले, तो तुरंत उसकी सूचना थाने को दें।
उन्होंने कहा कि पर्व के दौरान असामाजिक तत्वों पर हमारी कड़ी नजर रहेगी। सघन गश्ती के साथ चिन्हित जगहों पर पुलिस बल की तैनाती भी की जाएगी। बैठक में सर्वसम्मति से लोगों ने निर्णय लिया है कि इस मुहर्रम में खासकर नशेड़ी-गंजेड़ी और मरकरी या कांच व मशाल आदि के खतरनाक खेलों पर सख्त पाबंदी रहेगी।
कमेटी की ओर से यह जानकारी दी गई है कि 29 जुलाई (शनिवार) को चुट्टू, नेवरी और मेसरा का जुलूस अपने-अपने गांव में भ्रमण करने के बाद वर्षों की परंपरानुसार दोपहर 2 बजे हून्दूर मेला टांड़ जाएगा। 29 जुलाई को बीआईटी मोड़ में बाजार के कारण केदल का मुहर्रम जुलूस 30 जुलाई को निकाला जाएगा।
बैठक में थाना प्रभारी सुमित कुमार सिंह, एसआई रामेश्वर बारी, एमआरएम एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन मनरखन महतो, विकास सेवा निकेतन के डायरेक्टर राधा चरण सिंह, उदय मेमोरियल के चेयरमैन संतोष महतो, मुखिया राहुल मुंडा, मुखिया साधो उरांव, उप मुखिया सईद अंसारी, उप मुखिया मझर अंसारी, हाजी सफीरूद्दीन अंसारी, हाजी जबुल अंसारी, जगत मुंडा, सत्येंद्र सिंह, एसआई रंजीत सिंह, एएसआई सुरेंद्र प्रसाद, एएसआई जुल्फिकार अली, महमूद अंसारी, बबलू अंसारी, महफूज अंसारी, गुलजार अंसारी, नफीज अंसारी, भगवान शेखर, लक्ष्मण महतो, सेख तौहिद आदि मौजूद रहे।