UPA से बदलकर अब ‘इंडिया’ रखा गया विपक्षी गठबंधन का नाम, अगली बैठक की जगह और तारीख तय

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कड़ी चुनौती देने की रणनीति पर चर्चा कर रहे 26 विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस’ रखा गया है।

इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री समेत विपक्ष के कई बड़े चेहरे शामिल हुए। बताया जा रहा है कि इस नाम का प्रस्ताव कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिया था। इस नाम का संकेत देते हुए कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने पहले ही ट्वीट किया था, ‘‘इंडिया की जीत होगी।’’ वहीं, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘चक दे इंडिया।’’

आपको बता दें कि यह बैठक दूसरी बार 17 जुलाई और 18 जुलाई को रखी गयी थी। मंगलवार 18 जुलाई को बैठक खत्म होने के बाद इस बैठक की जानकारी देते हुए प्रेस वार्ता की गयी। आइए जानते हैं प्रेस वार्ता के दौरान कही गयीं बातें…

कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए यह जरूरी बैठक थी और देश के लिए ही यह बैठक रखी गयी थी। आगे उन्होंने कहा कि साथ ही गठबंधन के इस नए नाम पर सभी ने सहमति जतायी है।

इसके अलावा कई मुद्दों पर चर्चा की गयी, ताकि बीजेपी और एनडीए की इस नीति को हराया जा सके। आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी, तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की जायेगी। वहीं, समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी।

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि “एनडीए, क्या आप INDIA को चुनौती दे सकते हैं?” साथ ही उन्होंने कहा कि आज से हमारे लिए नई चुनौती शुरू हो गयी है। आगे उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी का काम सरकार बेचना और खरीदना हो गया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। ऐसे में विपक्षी एकता का कुनबा बढ़ता देख खुशी हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार उम्मीदों पर खड़े नहीं उतरे हैं।

दिल्ली के सीएम ने आगे बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि कहा कि पिछले 9 सालों में पीएम मोदी बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन उन्होंने सभी क्षेत्रों को बर्बाद कर दिया। हम यहां अपने लिए नहीं, बल्कि देश को नफरत से बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं।’

वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि लड़ाई जीतने का हमें पक्का भरोसा है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘लड़ाई सत्ता की नहीं, देश की है। इसलिए जनता को हम कहेंगे कि डरो मत, हम है।’ आगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह आज हमारी दूसरी सफल बैठक थी।

देश हमारा परिवार है और हम अपने परिवार को बचाने के लिए मिलकर लड़ रहे हैं। इस गठबंधन की अगली बैठक मुंबई में होगी, जहां हम इस गठबंधन को और मजबूती प्रदान करेंगे।

राहुल गांधी ने कहा कि इस बैठक में बहुत कुछ अच्छा निकलकर आया है। हमारी लड़ाई बीजेपी की विचारधारा और उनके सोच के खिलाफ है। देश में बेरोजगारी है, देश का पूरा धन चुने हुए लोगों के हाथ में जा रहा है, हम इसका विरोध कर रहे हैं। बैठक के दौरान भी यह चर्चा हुई कि लड़ाई किसके बीच है।

लड़ाई सत्ता और विपक्ष के बीच नहीं है। देश की आवाज के लिए है, इसलिए यह नाम चुना गया है। आगे उन्होंने कहा कि यह लड़ाई एनडीए और ‘INDIA’ के बीच में है। ऐसे में हम सब मिलकर काम करेंगे और इस लड़ाई को लड़ेंगे।

इस बैठक के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी का इरादा अपने लिए सत्ता संभालने का नहीं है। यह हमारे संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए है।

आगे उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर, हमारे बीच कुछ मतभेद हैं। लेकिन ये मतभेद इतने बड़े नहीं हैं कि हम महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों की भलाई के लिए इन्हें दूर नहीं कर सकें।