सीमा हैदर के बाद अब अंजू आई चर्चा में, जानें पूरा मामला

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तर प्रदेश। पाकिस्‍तान की सीमा हैदर अभी चर्चा में बनी हुई है। वह अपने 4 बच्‍चों के साथ प्रेमी सचिन से मिलने भारत आ गई। यहां आकर सचिन से शादी कर ली। सीमा के बाद अब अंजू चर्चा में है। वह भारत के उत्तर प्रदेश की रहने वाली है।

शादीशुदा अंजू और पाकिस्‍तान के नसरुल्लाह की पहचान फेसबुक के जरिए हुई। फिर दोनों में प्रेम हो गया। इसके बाद वह अपने फेसबुक प्रेमी से मिलने पाकिस्तान पहुंच गई है। वीजा लेकर अंजू प्रेमी से मिलने के लिए खैबर पख्तूनख्वा गई है। अंजू यूपी के कैलोर की रहने वाली है। पाकिस्तान में रहने वाला नसरुल्लाह पेशे से एक मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव है।

राजस्‍थान के भिवाड़ी निवासी उसके पति अरविंद कुमार ने कहा कि मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि वह जयपुर में अपने एक दोस्त से मिलने जा रही है। मुझे कल रात फोन कर उसने कहा कि मैं लाहौर में हूं। मुझे नहीं पता कि वो लाहौर क्यों गई है। उसने वीज़ा और अन्य सामान कैसे प्राप्त किया। मैं आमतौर पर अपनी पत्नी के फोन की जांच नहीं करता हूं। यह सीमा हैदर के मामले से जुड़ा नहीं है, क्योंकि मेरी पत्नी के पास सभी दस्तावेज थे। उसने मुझे सूचित किया कि वह 2-3 दिनों के भीतर वापस आ जाएगी।

अरविंद ने कहा कि मैंने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मेरे बच्चे तय करेंगे कि जब मेरी पत्नी वापस लौटेगी तो हम उसके साथ रहेंगे या नहीं। यह पहली बार था, जब वह मुझे बताए बिना कहीं गई है। यह धोखा है। मैं उसके माता-पिता को बुलाऊंगा। हम साथ बैठकर आगे उठाए जाने वाले कदम पर फैसला करेंगे। मैं सरकार से अपील करता हूं कि अगर उसके पास सभी कानूनी दस्तावेज हैं तो उसे वापस आने की अनुमति दी जानी चाहिए।

भिवाड़ी के एसएसपी सुजीत शंकर ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार हमें पता चला कि अंजू 2-3 साल से फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से पाकिस्तान स्थित एक व्यक्ति के संपर्क में थी। उसने अपने परिवार के सदस्यों को सूचित किया कि वह अमृतसर की यात्रा कर रही है, लेकिन वह 21 जुलाई को पाकिस्तान चली गई। हमें अभी तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। उसने 2020 में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था, लेकिन हमारे पास कोई और जानकारी नहीं है।

एसएसपी ने कहा कि अंजू ने अपने परिवार के सदस्यों को सूचित किया कि वह आज वापस आ जाएगी। प्रथम दृष्टया, यह प्रेम प्रसंग का मामला हो सकता है, लेकिन जब तक ठोस सबूत नहीं मिल जाता तब तक हम कुछ नहीं कह सकते। चूंकि अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है इसलिए हम कोई औपचारिक जांच नहीं करेंगे। पासपोर्ट एक्ट और अन्य अधिनियम हैं, अगर किसी फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर पारगमन किया गया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। जरूरत पड़ने पर सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।