- ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या 275 पहुंची
नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे की जांच के बाद इसके कारण का खुलासा हो रहा है। रेलवे बोर्ड की सदस्य (संचालन एवं व्यवसाय विकास) जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि प्रारंभिक जांच में सिग्नल की गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि कवच को सभी लाइनों और ट्रेनों में लगाने में समय और पैसा लगेगा।
जय वर्मा सिन्हा ने कहा कि रेलवे ने हादसे के बाद सबसे पहले राहत और बचाव कार्य किया। उसके बाद मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। बहानागा स्टेशन पर 4 लाइने हैं। इसमें 2 मेन लाइन है। लूप लाइन पर एक माल गाड़ी थी। स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिली थी। दोनों गाड़ियां अपनी पूरी गति पर चल रही थी। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी हुई है। घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल आई थी।
रेलवे की सदस्य ने कहा कि कवच भारत में बनाया गया सिस्टम है। आने वाले भविष्य में हम इसका निर्यात भी कर सकेंगे। ये रेल की सुरक्षा से संबंधित है, इसलिए हमने इसकी कड़ी टेस्टिंग की है। रेल मंत्री ने खुद ट्रेन में बैठ कर इसकी जांच की है। इस यंत्र को सभी लाइनों और ट्रेनों में लगाने में समय और पैसा लगेगा।
शाम के करीब 8 बजे तक 2 लाइनें हमें मिल जाएंगी, जिस पर गाड़ी धीमी गति से निकलनी शुरू हो जाएगी। मामले की जांच चल रही है। प्रथम दृष्टया लगता है कि सिग्नल के कारण कोई समस्या हुई होगी।
उधर, ओडिशा के मुख्य सचिव ने बताया कि कल रेलवे ने साझा किया था कि मरने वालों की संख्या 288 हो चुकी है। कल रात DM और उनकी पूरी टीम ने एक-एक शव की जांच की। DM द्वारा डेटा की जांच की गई। पाया गया कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई है। इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 कर दिया गया है।