रांची (Jharkhand)। झारखंड के सरकारी स्कूलों में पीएम पोषण योजना (मध्याह्न भोजन) चलाई जा रही है। यह राज्य के 35 हजार से अधिक स्कूलों में चल रही है। इसमें कई बार भोजन की बर्बादी भी होती है। इसे रोकने की पहल की गई। इससे संबंधित निर्देश शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने सभी उपायुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षकों को दिए हैं।
सचिव ने पत्र में 5 जून को स्कूलों में विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजन करने का निर्देश दिया है। इसी क्रम में उन्होंने भोजन की बर्बादी रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है।
सचिव ने कहा है कि पर्यावण दिवस पर स्कूलों में समुद्री प्रदूषण, अधिक जनसंख्या, ग्लोबल वार्मिंग, सतत विकास और वन्यजीव अपराध जैसे पर्यावरण के मुद्दों पर जागरुकता बढ़ाना है।
पर्यावरण संरक्षण की भावना के अंतर्गत पीएम पोषण योजना अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाए कि विद्यालयों में मध्याह्रन भोजन की बर्बादी नहीं हो। शेष बचे हुए अवशिष्ट भोज्य पदार्थ आसपास की गायें ग्रहण कर सकती है।
पर्यावरण संरक्षण का प्रचार प्रसार विद्यालय में बच्चों के साथ और सोशल मीडिया के माध्यम से भी किया जाना है।
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विद्यालयों में बच्चों के साथ पर्यावरण संरक्षण संबंधी आदतों/क्रियाकलाप एवं पर्यावरण के महत्व को साझा किया जाना है। प्रत्येक विद्यालय में बच्चों के सहयोग से कम से कम पांच पौधों का रोपण किया जाना है। इसके संरक्षण की जिम्मेवारी विद्यालय के बच्चों को दिया जाए।