रांची। झारखंड की डिजाइन पाठशाला के हरीश अंगप्पन को एनआईएफटी (NIFT) के बैचलर ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी में देश भर में दूसरा स्थान मिला है। रांची के हरिओम टावर में डिजाइन पाठशाला संस्थान का कार्यालय है। इस संस्थान से एनआईएफटी, एनआईडी और आईआईटी पहुंचकर शिक्षा प्राप्त कर दर्जनों छात्र-छात्रा फैशन और डिजाइन इंडस्ट्री में अपनी क्रिएटिविटी दिखा रहे हैं। झारखंड के साथ देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रौशन कर रहे हैं।
डिज़ाइन पाठशाला के डायरेक्टर आर अजय, डिजाइनर नेहा चौधरी, फैशन टेक्नोलॉजिस्ट प्रियंका कुमारी और शिक्षक शिव शंकर प्रसाद ने बताया कि छात्रों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए वे लगातार प्रयत्नशील हैं। डिज़ाइन पाठशाला में क्लासरूम के साथ आउटडोर एक्सपोजर और लाइव ऑब्जर्वेशन पा फोकस किया जाता है।
बच्चों के माइंड को क्रिएटिव बनाया जाता है। इसके साथ ही निफ्टियन, इनआईडियन को ‘नवा बिहान’ के साथ इंडस्ट्री इंटर्नशिप और ग्रेजुएशन प्रोजेक्ट भी कराते हैं।
बातचीत के दौरान हरीश, पार्थ, अर्चना ने बताया कि डिजाइन पाठशाला में निफ्टियन, एनआईडीयंस द्वारा उचित मार्गदर्शन में क्रिएटिव तरीके से पढ़ाई कराई जाती है। साप्ताहिक परीक्षा होने के साथ इंडिविजुअल बच्चों पर फोकस किया जाता है।
छात्रा तनवी, आस्था, पीहू ने कहा कि यहां ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास में कठिन से कठिन सवालों को क्रिएटिव तरीके से सॉल्व कर बताया जाता है। कुछ इनोवेटिव करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। मेंटर्स हमेशा मोटिवेट करते रहते हैं।
डायरेक्टर ने कहा कि झारखंड में भी अन्य राज्यों की तरह निफ्ट, नीड और आईआईटी डिजाइन कॉलेज होता तो यहां से ज्यादा से ज्यादा बच्चें डिजाइनर बन कर हर इंडस्ट्री में अपना करियर बनाते।
क्रिएटिव डिजाइनर की जरूरत गारमेंट, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, फिल्म, आई टी, प्रॉडक्ट, इलेक्ट्रोनिक गुड्स, पैकेजिंग, गेम डिजाइन, टॉय डिजाइन, हैंडीक्राफ्ट, इंडस्ट्रियल प्रॉडक्ट्स, सर्विस सेक्टर, इंटीरियर आदि को है। सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए।