
- मारपीट के दोषी को गिरफ्तार करने, मृत छात्र के आश्रितों को 10 लाख देने की मांग
रांची। झारखंड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा के पदधारियों की बैठक 20 मई, 2023 को अरगोड़ा चौक स्थित शांतिकुंज में हुई। इसकी अध्यक्षता आशुतोष कुमार ने की। पदधारियों ने दूरभाष से लोहरदगा जिले के राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदीप कुमार और पाकुड़ जिला संयुक्त शिक्षक मोर्चा के दिलीप कुमार राय से वहां घटित घटना की वर्तमान वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
पदधारियों ने लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय उडूमुडू के दूसरी कक्षा के छात्र की कल कोयल नदी में डूबकर मृत्यु हो जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया। इस असामयिक दुर्घटना के फलस्वरुप उक्त विद्यालय के सभी 8 शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर कल दोपहर से ही हिरासत में लेकर कुडू थाना में रखा गया है। वहीँ, विभाग ने सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया है।
मोर्चा ने उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए घटना की पूर्ण जानकारी ली। कहा कि इस अप्रत्याशित घटना को कुछ लोग संवेदना प्रकट करने एवं शोक संतप्त परिवार को मदद करने के स्थान पर राजनीतिक रंग रूप देकर फायदा लेने की होड़ में हैं।
ऐसे मार्मिक समय में राज्य के समस्त शिक्षक, प्रभावित परिवार के प्रति गहरी संवेदना रखते हैं। इस घटना में शिक्षकों को जिम्मेवार ठहराते हुए कानूनी प्रक्रिया में उलझा कर निलंबित किया जाना और कल दोपहर से ही पुलिस हिरासत में रखकर मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित किए जाने को प्रशासनिक एवं राजनीतिक साजिश बताया।
मोर्चा के संयोजक अमीन अहमद ने इस सम्बन्ध में विभागीय लापरवाही एवं शिक्षकों के प्रति द्वेष भाव के साथ व्यवहार करने का आरोप लगाया। कहा कि राज्य में वर्षों से शिक्षकों की प्रोन्नति के मामले को अधर में रखकर विद्यालयों में अनुभवी प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की घोर कमी कर दी गई है। इससे विद्यालयों में अव्यवस्था का आलम है। कहीं ना कहीं यह घटना भी इससे अछूता नहीं है।
पिछले पंद्रह दिनों में राज्य के पांच शिक्षकों की मृत्यु विद्यालय आवागमन के दौरान लू लगने से हो गयी। इसका एक मात्र कारण विभाग की ग्रीष्मकालीन समय सारणी 7 बजे से कड़ी धूप 1 बजे तक है। इससे बच्चों एवं शिक्षकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जो विभाग की अव्यवहारिक एवं विद्वेष पूर्ण नीति हैl फिर भी विभाग मर्माहत शिक्षक के प्रति असंवेदनशील एवं अभी तक मौन है l
पाकुड़ जिला स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय इस्लामपुर में वार्षिक परीक्षा के अंतिम दिन एक बच्चे द्वारा उदंडपूर्ण व्यवहार किया जा रहा था। इसके कारण शिक्षक द्वारा डांट फटकार किया गया। इसके बाद अभिभावक द्वारा ग्रामीणों के समक्ष शिक्षक के साथ मारपीट की गई। उठक बैठक कराकर प्रताड़ित किया गया। इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा अब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जिले के शिक्षा पदाधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। यह शिक्षकों की सुरक्षा एवं मान सम्मान का हनन है।
मोर्चा ने शिक्षक के साथ मारपीट करने वाले दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की। मोर्चा ने कहा कि लोहरदगा जिला की समुचित जांच के बाद वस्तुस्थिति को समझते हुए शिक्षकों को अविलंब पुलिस गिरफ्त से मुक्त किया जाए। पीड़ित आश्रित परिवार को आपदा प्रबंधन विभाग से तत्काल कम से कम 10 लाख रुपये की सहायता राशि मुहैया कराई जाए।
बैठक में गृह अथवा अंतर जिला स्थानांतरण, ई विधावाहिनी के नए वर्जन 2.2.6 में राज्य के स्थापित नियमों के विरुद्ध उक्त वर्जन में मैनुअल उपस्थिति दर्ज करने के विकल्प को हटाने एवं वर्जन में अनेकोंनेक खामियों के फलस्वरूप शिक्षकों को शिक्षा परियोजना के द्वारा मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक दोहन और ग्रीष्मा कालीन समय प्रातः 7 से अपराह्न 1 बजे तक किए जाने के विरोध के मामलों पर ठोस रणनीति बनाने के लिए 22 मई, 2023 को राज्य के समस्त शिक्षक प्रतिनिधियों की बैठक आहूत की गई है।
बैठक में मोर्चा के संयोजक अमीन अहमद, विजय बहादुर सिंह, अरुण कुमार दास, मकसूद जफर हादी, मंगलेश्वर उरांव, डॉ सुधांशु कुमार सिंह , सुमित पांडे, अजीत मोहंती, अवधेश कुमार मौजूद थे।