नई दिल्ली। 13 मई को कर्नाटक में कांग्रेस को मिली बंपर जीत के बाद राहुल गांधी पार्टी मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधत किया। राहुल ने कहा कि नमस्कार, सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता, सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई।
गरीब जनता की शक्ति ने बीजेपी को हराया। कांग्रेस पार्टी हमेशा से गरीबों के साथ रही। हमने नफरत से लड़ाई नहीं लड़ी। कर्नाटक में नफरत की दुकान बंद हुई और मोहब्बत का बाजार खुला है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में हमने जनता से 5 वादे किए थे। इन वादों को पहले दिन, पहली कैबिनेट मीटिंग में पूरा किया जाएगा।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में कर्नाटक की जनता को 5 गारंटी दी थी। कांग्रेस ने कहा था कि कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम में सभी महिलाओं के लिए फ्री यात्रा की सुविधा दी जाएगी। नई शिक्षा नीति को रद्द करके राज्य शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा।
सीमावर्ती क्षेत्रों में कन्नड़ भाषा और संस्कृति का विकास किया जाएगा और सभी समुदायों की आशाओं को संयोजित करने के लिए आरक्षण की सीमा को 50% से बढ़ाकर 75% किया जाएगा।
इसके अलावा कांग्रेस ने यह भी वादा किया था कि परिवार की हर महिला प्रधान को हर महीने मासिक भत्ते के तौर पर 2000 की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा बेरोजगार स्नातकों को 2 साल के लिए 3000 प्रति महीने और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1500 रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा।
आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए कई वायदे किए। जिनमें पुरानी पेंशन बहाल करने, 200 यूनिट तक बिजली फ़्री देने, 10 किलो अनाज मुफ़्त देने, बेरोजग़ारी भत्ता देने और परिवार चलाने वाली महिला मुखिया को आर्थिक मदद की बात कही गई। ये सभी ऐसी घोषणाएं हैं, जिनसे अधिकांश लोगों का जुड़ाव है। इन लोक लुभावनी वायदों का कर्नाटक की जनता पर असर पड़ा।