सीआईपी में सिजोफ्रेनिया के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

सेहत झारखंड
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रांची। विश्व स्किज़ोफ्रेनिया दिवस पर 24 मई, 2023 को कांके स्थित सीआईपी ओपीडी परिसर में सिजोफ्रेनिया जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह चरक आउट पेशेंट भवन में सुबह हुआ। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर (डॉ) बासुदेब दास ने समुदाय की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डाला।

क्लिनिकल साइकोलॉजी की सहायक प्रोफेसर डॉ प्रियंका लेंका ने इस वर्ष स्किज़ोफ्रेनिया जागरुकता दिवस के विषय पर व्याख्यान दिया। इस वार्ता का उद्देश्य विभिन्न अध्ययनों से प्रकट होने वाले लक्षणों, पाठ्यक्रम और पूर्वानुमान पर संक्षेप में प्रकाश डालना है। भारत जैसे विकासशील देशों में विकसित देशों की तुलना में बेहतर पूर्वानुमान है। नकारात्मक व्यक्त भावनाओं की भूमिका और पुनरावर्तन पर इसके प्रभाव पर प्रकाश डाला गया।

फिर मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम और दिव्‍यांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम में मौजूद समुदाय की भूमिका की संक्षेप में चर्चा की गई। उसके बाद सवाल-जवाब सत्र था। मौके पर मनोचिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार सूर्यवंशी ने बीमारी के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब दिया।

डॉ सूर्यवंशी ने बताया कि बीमारी का इलाज संभव है। उपचार की अवधि आवश्यक है। दवाओं के दुष्प्रभाव और उपचार आदि से संबंधित सवालों का जवाब दिया। धन्यवाद डॉ सूर्यवंशी ने किया।