रांची। अपनी मांगों को लेकर झारखंड (Jharkhand) के MPW कर्मचारी 24 अप्रैल से चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। इससे झारखंड MPW कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव सहित अन्य को दी है।
संघ के अध्यक्ष पवन कुमार और महामंत्री मंगल हेम्ब्रम ने सौंपे पत्र में लिखा है कि 22 मार्च, 2023 को संगठन ने अपनी विभिन्न मांगों को विभाग और सरकार के समक्ष रखा था। इसपर अभी तक किसी प्रकार का कोई पहल नहीं हुई है। इससे राज्य के तमाम MPW स्वास्थ्य कर्मियों में भारी रोष व्याप्त है।
संगठन के पदधारियों ने कहा है कि संघ और राज्य के तमाम MPW स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में 24 अप्रैल, 2023 से चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।
आंदोलन की रूपरेखा
- 24 और 25 अप्रैल, 2023 को राज्य भर के सभी कर्मी काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज करेंगे।
- 26 और 27 अप्रैल, 2023 को सभी कर्मी अपने-अपने शरीर पर मांगों के समर्थन में मांग पत्र का तख्ती लगाकर विरोध दर्ज करेंगे।
- 28 अप्रैल, 2023 को सभी कर्मी 1 दिन का उपवास करते हुए भूख हड़ताल पर रहेंगे।
- 29 अप्रैल, 2023 को अपने-अपने जिलों में सिविल सर्जन को मांग पत्र सौपेंगे।
- 1 मई, 2023 यानी मजदूर दिवस के दिन राज्य संघ के पदधारी मुख्यमंत्री से मिलकर मांग पत्र सौपेंगे।
संघ ने कहा कि मांगों पर तय कार्यक्रम तक विचार नहीं किया गया तो मजबूरन 3 मई, 2023 डोरंडा स्थित स्वास्थ्य मंत्री आवास का घेराव रैली के माध्यम से किया जाएगा। रैली मेकॉन गेट से चलकर मंत्री आवास तक पहुंचेगी। संघ ने कहा कि इससे उत्पन्न होने वाली संपूर्ण विधि-व्यवस्था की जिम्मेवारी स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार की होगी।
ये है मांगें
- MPW कर्मियों का स्थाई समयोजन हो
- कोविड के दौरान मृत कर्मियों के आश्रतों को उचित मुआवजा और अनुकंपा पर सरकारी नौकरी दिया जाए।
- श्रावणी मेला, ट्रेनिंग, बाढ़ राहत योजना के लिए भेजे गए कर्मियों के टीए/डीए का भुगतान हो।
- जिलों में कार्य के नाम पर शोषण बंद हो। अन्य ब्लॉकों में प्रतिनियुक्ति बंद किया जाए।
- कालाजार क्षेत्रों में बैठक साप्ताहिक या मासिक जिला अथवा प्रखंड कार्यालय मं रखी जाए।