- सरकार की योजनाओं से जुड़कर स्वावलंबी और सशक्त बन रहीं हैं महिलाएं
गोड्डा। राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पदाधिकारी भी पहुंच रहे हैं। सरकार भी जा रही है। योजनायें भी हकीकत में उतर रही हैं। हमारी स्पष्ट सोच है कि राज्य के सुदूरवर्ती और दूरस्थ गांवों में भी विकास रफ्तार पकड़े। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन 10 अप्रैल को तसरिया, सुंदरपहाड़ी,गोड्डा में आयोजित विकास मेला सह जनता दरबार को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि आप भी सरकार की योजनाओं को जानने -समझने का प्रयास करें और उसका लाभ लें।
अब उच्च अधिकारी पहुंच रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार में अधिकारियों की सोच और कार्यशैली बदल चुकी है। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के मार्फत गांव-पंचायत में शिविर के जरिए लाखों लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ। उच्च अधिकारी सरकार की योजनाओं को लेकर आपके दरवाजे पर पहुंच रहे हैं। आगे भी इस तरह के शिविर आयोजित होते रहेंगे।
योजनाओं से जुड़ने में महिलाएं आगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की महिलाएं सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए बढ़ चढ़कर आगे आ रही है। वे इन योजनाओं से जुड़कर आत्मनिर्भर, स्वावलंबी और सशक्त बन रहीं हैं। यह समाज के लिए सकारात्मक और बेहतर संकेत है।
स्वरोजगार के लिए भी कई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पढ़े लिखे हैं और नौकरी करना चाहते हैं, उनके लिए सरकारी विभागों में खाली पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। निजी क्षेत्र के संस्थानों और कंपनियों में भी स्थानीय युवाओं के लिए 75 प्रतिशत नौकरी सुरक्षित करने का कानून बना दिया गया है। जो कम पढ़े लिखे हैं। स्वरोजगार करना चाहते हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना समेत कई योजनाओं को सरकार ने शुरू किया है।
बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के बच्चे -बच्चियों को बेहतर और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। कई विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां निजी विद्यालयों की तर्ज पर पढ़ाई होगी। मॉडल स्कूलों के शिक्षकों को आईएमएम जैसे संस्थानों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। सरकार ने बच्चों की छात्रवृत्ति की राशि भी बढ़ा दी है। इसके साथ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी से लेकर इंजीनियरिंग और मेडिकल आदि की पढ़ाई के लिए भी सरकार सहायता दे रही है। अब बच्चों को सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देना है, पढ़ाई का खर्च सरकार वहन करेगी।
आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश हर व्यक्ति को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, ताकि उसे मुफ्त आनाज लेने की कभी जरूरत ही ना पड़े। इस दिशा में कई योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं का मकसद आपको समृद्ध और खुशहाल बनाना है।
महिला मंडल चलाएगी पीडीएस दुकान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडीएस दुकानों के संचालन का जिम्मा महिला मंडलों को दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि फर्जी राशन कार्ड बनाने की कई शिकायतें लगातार मिल रही है। मैं उनसे कहता हूं कि वे गलत तरीके से बने राशन कार्ड सरेंडर कर दें, वरना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
कार्यक्रम में सांसद-विधायक भी मौजूद
इस कार्यक्रम में सांसद विजय हांसदा, विधायक प्रदीप यादव और श्रीमती दीपिका पांडेय, जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमती बेबी देवी, डीआईजी सुदर्शन मंडल, उपायुक्त जीशान कमर और पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीणा समेत जिला प्रशासन के कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने दी ये सौगातें
■ मुख्यमंत्री ने 89 योजनाओं की सौगात दी। इसमें 18637.81 लाख रुपए की 31 योजनाओं का उद्घाटन और 35065.64 लाख रुपए की 58 योजनाओं का शिलान्यास शामिल हैं।
■ उद्घाटन किए जाने वाले योजनाओं में पथ निर्माण विभाग की 2, मत्स्य विभाग की 1, भवन निर्माण विभाग की 2 लघु सिंचाई विभाग की 3, ग्रामीण कार्य विभाग की 15 शिक्षा विभाग की 2 (कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, सुंदरपहाड़ी) और भवन निर्माण की 1 (महागामा में आईटीआई भवन निर्माण) योजना है।
■ जिन योजनाओं की नींव रखी गई, उसमें पथ निर्माण विभाग की 10, कल्याण विभाग की 2, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की 1 (123 गांव में एकल ग्रामीण जलापूर्ति योजना), लघु सिंचाई विभाग की 3, ग्रामीण कार्य विभाग की 2, भवन निर्माण विभाग की 1 (एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय सुंदरपहाड़ी में मल्टीपरपस ऑडिटोरियम निर्माण) और एनआरईपी की 42 स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण की योजना शामिल है।
■ विकास मेला-सह- जनता दरबार में 21482 लाभुकों के बीच 2840.29 लाख रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। इनमें महत्वपूर्ण रूप से 8587 लाभुकों को मेधावी पुत्र /पुत्री छात्रवृत्ति सहायता योजना, 6679 लाभुकों को श्रमिक सेफ्टी किट योजना, 1000 लाभुकों को मातृत्व प्रसुविधा सहायता योजना, 1646 लाभुकों को सामाजिक सुरक्षा चिकित्सा सहायता योजना और 19 का लाभ प्रदान किया गया।