सीएमपीडीआई में नेतृत्व विकास पर आयोजित कार्यशाला संपन्‍न

झारखंड
Spread the love

रांची। सीएमपीडीआई के उच्च प्रबंधन के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रम ‘उड़ान-एक लीडरशिप रिट्रीट’ विषय पर दो-दिवसीय कार्यशाला 19 मार्च को सम्पन्न हुई।

कार्यशाला के अंतिम दिन सुशील भसीन ने विभिन्न आंतरिक और बाह्य अभ्यासों के माध्यम से रणनीतिक नेतृत्व, व्यक्तिगत विकास, परिवर्तन प्रबंधन, नवाचार तथा कैसे समस्याओं/कठिनाइयों का सामना करते हुए लचीला रूख अपनाने और ध्यान केंद्रित करने के बारे में बताया।

भसीन ने कहा कि एक सच्चे लीडर बनने के लिए अनुशासन, विश्वास, साहसिक और जोखिम लेने, समस्या को सुलझाने की क्षमता, नेतृत्व करने आदि जैसे गुणों को विकसित किया जाना चाहिए।

समापन सत्र में सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने संगठनातमक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्यशाला से सीखने के लिए महाप्रबंधकों की प्रतिबद्धता और उत्साह की सराहना की। उन्होंने कहा कि रचनात्मक समाधान, कार्यशाला में प्राप्त नेतृत्व क्षमता से संगठन को लाभ होगा। संगठनात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सहयोग के माध्यम से एक दूसरे महाप्रबंधक की ताकत और विशेषज्ञता का उपयोग किया जाएगा।

मौके पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/ईएस) शंकर नागाचारी ने टीम निर्माण पर जोर दिया और महाप्रबंधकों व विभागाध्यक्षों के प्रयासों की सराहना की।

इस अवसर पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार ने कहा कि संगठनात्मक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए महाप्रबंधकों व विभागाध्यक्षों के बीच सहयोगात्मक प्रयास होना चाहिए।

मुख्य सतर्कता अधिकारी सुमीत कुमार सिन्हा ने कहा कि इस सीख को फीका न पड़ने दें और इसे अपने दैनिक कार्यों में आत्मसात करें।

इस अवसर पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) एसके गोमास्ता, वरीय सलाहकार (माइनिंग) एके राणा, आईआईसीएम के कार्यपालक निदेशक श्रीमती कामाक्षी रमन, सभी क्षेत्रीय संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक एवं महाप्रबंधक व विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।