कल रिहा होंगे क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू! इस मामले में 10 माह से पटियाला जेल में हैं बंद

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पंजाब। 1 अप्रैल 2023 यानि कल क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा होंगे। यह जानकारी सिद्धू के ट्विटर हैंडल से दी गई। सिद्धू को पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 1988 के रोड रेज केस में 1 साल की सजा सुनाई थी। वे पिछले 10 महीने से जेल में बंद हैं। 

बता दें कि  सिद्धू ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक शख्स की पिटाई की थी। इसके बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हालांकि, रिपोर्ट में सामने आया था कि शख्स की मौत हार्ट अटैक से हुई।


जानें कब-कब क्या हुआ

– इस मामले में सिद्धू को निचली अदालत ने बरी कर दिया था, लेकिन हाईकोर्ट ने सिद्धू को 3 साल कैद की सजा सुनाई थी।
– इसके बाद सिद्धू की ओर से सुप्रीम कोर्ट में फैसले को चुनौती दी गई थी। 15 मई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिद्धू को इस मामले में 1 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था।
– पर पीड़ित के परिजनों ने मई 2018 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी।

पहले अच्छे आचरण के चलते सिद्धू की रिहाई 26 जनवरी को होनी थी, लेकिन आखिरी मौके पर उनकी रिहाई टाल दी गई थी। तब बताया गया था कि सजा के दौरान जेल में नवजोत सिंह सिद्धू का आचरण अच्छा पाया गया। उन्हें क्लर्क के तौर पर जेल के कामकाज की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने जेल में नियम होने के बावजूद भी कोई छुट्टी तक नहीं ली थी।

जेल प्रशासन ने गणतंत्र दिवस के मौके पर अच्छे आचरण के चलते कई कैदियों को रिहा करने की सिफारिश पंजाब सरकार को भेजी थी, उसमें सिद्धू का भी नाम था। हालांकि, पंजाब सरकार ने सिद्धू को रिहा नहीं किया था। 


आपको बता दें कि 27 दिसंबर 1988 की शाम सिद्धू अपने दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट स्थित मार्केट पहुंचे थे। ये जगह उनके घर से 1.5 किलोमीटर दूर थी। उस समय सिद्धू एक क्रिकेटर थे। उनका अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू हुए एक साल ही हुआ था।

इसी मार्केट में कार पार्किंग को लेकर उनकी 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से कहासुनी हो गई। बात हाथापाई तक जा पहुंची। सिद्धू ने गुरनाम सिंह को घुटना मारकर गिरा दिया। उसके बाद गुरनाम सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

रिपोर्ट में आया कि गुरनाम सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। उसी दिन सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर पर कोतवाली थाने में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज हुआ था।

बता दें कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी कैंसर से जूझ रही हैं। उन्होंने हाल ही में ट्वीट कर यह जानकारी दी थी। सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर स्टेज-2 कैंसर से पीड़ित हैं।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, वह (नवजोत सिंह सिद्धू) ऐसे अपराध के लिए जेल में बंद हैं, जो उन्होंने किया ही नहीं। इस मामले में शामिल सभी लोगों को माफ कर दिया है। हर दिन बाहर आपका इंतजार करना शायद आपसे ज्यादा कष्टदायक है।

हमेशा की तरह आपके दर्द को दूर करने की कोशिश में हूं। मैं बार-बार आपको न्याय से वंचित होते देखकर आपका इंतजार कर रही हूं। एक छोटी ग्रोथ देखने को मिली। पता था कि यह खराब है।

उन्होंने आगे लिखा था कि आपका इंतजार कर रही हूं। यह देख रही हूं कि आपको हर बार न्याय से दूर रखा जा रहा है। सच में बहुत ताकत होती है, लेकिन यह बार-बार आपका इम्तिहान लेता है। कलयुग। माफ करना इंतजार नहीं कर सकती, क्योंकि यह स्टेज-2 कैंसर है। इसमें किसी का दोष नहीं है, क्योंकि ईश्वर को यही मंजूर है।