- बीएयू के एग्रोटेक किसान मेला में महिला कृषक संगोष्ठी
रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में चल रहे एग्रोटेक किसान मेला के दूसरे दिन शनिवार को महिला कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें कृषि और संबद्ध विषयों की महिला विशेषज्ञों और जनप्रतिनिधियों ने कृषक महिलाओं के सामाजिक आर्थिक सशक्तीकरण पर जोर देते हुए संबंधित तकनीकी पहलुओं एवं सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रांची की पूर्व महापौर रमा खलखो ने कहा कि झारखंड और अन्य पहाड़ी-पठारी राज्यों में कृषि और पशुपालन सम्बन्धी अधिकांश कार्य महिलाएं करती हैं। इसलिए कुछ ऐसी तकनीकें और कृषि उपकरण विकसित किए जाएं, जिससे अपेक्षाकृत कम समय और मेहनत में ही खेतीबारी संबंधी उनका कार्य हो जाए।
कोरोना कल में भी महिलाओं ने अपने जीवन और स्वास्थ्य की परवाह किए बगैर खेतों में मेहनत कर अन्न, फल और सब्जी की कोई कमी नहीं होने दी। उन्होंने झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की योजनाओं से लाभ उठाने की अपील महिला कृषकों से की।
खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि सबका पेट पालने वाले किसान से बड़ा देशभक्त कोई नहीं है। राज्य के 80% किसानों के पास एक-डेढ़ एकड़ से अधिक जमीन नहीं है। इसलिए उनकी परिस्थिति के अनुसार कृषि तकनीकों की अनुशंसा की जानी चाहिए।
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए बीएयू नियमित रूप से प्रशिक्षण और जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। कृषि, पशुपालन, डेयरी, वानिकी, बागवानी, मात्स्यिकी और कृषि अभियंत्रण में देश में सबसे सस्ती पढ़ाई बीएयू में है, जिसका लाभ उठाने के लिए ग्रामीण और कृषक परिवारों की बच्चियों को आगे आना चाहिए। महिलाएं तकनीकी रूप से दक्ष और शिक्षित होंगी तो पूरा परिवार शिक्षित होगा और देश तेजी से आगे बढ़ेगा।
आनुवंशिक एवं पौधा प्रजनन विभाग की अध्यक्ष डॉ मणिगोपा चक्रवर्ती, सामुदायिक विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ रेखा सिन्हा, कृषि विज्ञान केंद्र, पूर्वी सिंहभूम की प्रमुख डॉ आरती वीणा एक्का तथा वेटनरी मेडिसिन विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ स्वाति सहाय ने कृषि पशुपालन संबंधी विभिन्न योजनाओं और तकनीकी पहलुओं तथा पोषक अनाजों (मिलेट्स) की गुणवत्ता और प्रसंस्कृत उत्पादों पर प्रकाश डाला।
जिला परिषद, रांची की सदस्य किरण देवी और पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद की सदस्य पार्वती मुंडा ने अपने संघर्ष की कहानी सुनाते हुए महिला कृषकों से मजबूत, निडर और धैर्यवान बनने की अपील की।
इस अवसर पर उन्नत कृषि में विशिष्ट योगदान के लिए छह किसानों – योगेन्द्र महतो, खुर्शीद अनवर, पूनम तिर्की, अचिंत्य विश्वास, शीलवंती मुंडू, रूप एक्का को सम्मानित किया गया।
अतिथियों का स्वागत कृषि प्रसार विभागाध्यक्ष डॉ निभा बाड़ा और कार्यक्रम का संचालन पशु आनुवंशिकी विभाग की डॉ नन्दनी कुमारी ने किया।