Khunti : थमने वाला था तजना नदी का बहाव, इस पहल से हुआ जल संचयन

झारखंड
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खूंटी। झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड के कोटना गांव के समीप तजना नदी का बहाव अगले एक सप्ताह में थमने की स्थिति में थी। इससे कोटना गांव में पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती। इससे पहले ही जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी और कोटना ग्रामसभा के सदस्‍यों ने संयुक्त श्रमदान कर तजना नदी पर तीन बोरीबांध का निर्माण एक दिन में कर दिया। बोरीबांध के बनते ही तीनों जगह काफी जल संचयन हो गया।

अगले 48 घंटे के अंदर यह एक बड़े बांध का आकार ले लेगा। इस मौके पर कुदा पंचायत के मुखिया अमर मुंडू और एसडब्‍ल्‍यूएस के सदस्यों ने भी ग्रामीणों के साथ श्रमदान किया। एक ओर बोरीबांध का निर्माण हो रहा था। दूसरी ओर गांव की महिलाएं उसी स्थान पर भोजन पका रहीं थीं। बांध के बनने के बाद गांव के सारे लोगों ने सामूहिक भोजन किया।

गांव के पूर्व उपमुखिया सुतुगन पूर्ति‍ ने कहा कि गांव के अधिकांश किसानों ने सब्जी की खेती है। नदी में लगातार घटता पानी किसानों की चिंता बढ़ा रही थी। नदी के सूखने के बाद मवेशियों को पानी पिलाने, नहाने-धोने में भी गांव के लोगों को परेशानी होती। अब बोरीबांध बनने के बाद गर्मी में पानी खत्म होने का भय समाप्त हो गया है।

विलकन पूर्ति‍ ने कहा कि वे लगातार इस मौसम में जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत बोरीबांध बनाते हैं। इससे गांव का भूगर्भि‍य जलस्तर भी बना रहता है।

श्रमदान करने वालों में सुतुगन पूर्ति‍, विलकन पूर्ति‍, एमलेन पूर्ति‍, जोलेन पूर्ति‍, प्यारी पूर्ति‍, मनसुख पूर्ति‍, सालमोन पूर्ति‍, रामू पूर्ति‍, पौलुस पूर्ति‍, सोशांति पूर्ति‍, निमी पूर्ति‍, सिलमनी पूर्ति‍, जोहन पूर्ति‍, सिमोन पूर्ति‍, प्रसन्न पूर्ति‍, आशा पूर्ति‍, एमलुस पूर्ति‍, पतरस पूर्ति‍, पीटर पूर्ति‍, स्लेसटिना पूर्ति‍ समेत अन्य ग्रामीणों ने श्रमदान किया।