चीन। चीन में कोरोना से हाहाकार मचा है। इसकी लहर अब अपने पीक पर पहुंचने वाली है। कोरोना से हो रही मौतों और संसाधनों के अभाव से परेशान लोग अब आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं।
चीन में कोरोना के खौफ से तमाम आत्महत्याओं की सूचना आ रही है। दुनिया में कोरोना वायरस तेजी से पसर रहा है। उधर, चीन में ही एक भारतीय युवक की कोविड की वजह से मौत हो गई है।
चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने सोशल मीडिया पर दिल दहलाने वाला वीडियो शेयर किया है। इसमें एक शख्स को बिल्डिंग की छत से खुदकुशी करते देखा जा सकता है। जेंग का दावा है कि चीन में लोग कोरोना से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं।
चीन में रहने रहे एक भारतीय की कोरोना की वजह से मौत हो गई है। युवक तमिलनाडु का रहने वाला था। उसकी पहचान अब्दुल शेख के रूप में हुई है। अब्दुल ने मेडिकल की पढ़ाई चीन में ही पूरी की थी।
बीते 11 दिसंबर को भारत आने के बाद वह कुछ दिनों पहले ही चीन में वापस इंटर्नशिप के लिए गया था। चीन में बीमार पड़ने के बाद उसे आईसीयू में रखा गया था। परिजन विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं।
बता दें कि भारत आने वाले चीन सहित छह देशों के पैसेंजर्स का आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया कि 1 जनवरी से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए हवाई अड्डों पर आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल पैसेंजर्स को एयर सुविधा पोर्टल पर आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपने ट्रेवल के पहले देना अनिवार्य है। इसके बिना यात्रा संभव नहीं।
चीन में कोरोना से मचे हाहाकार को देखते हुए एक दर्जन से अधिक देशों ने यात्रा प्रतिबंधित कर दिया है। यही नहीं मोरक्को ने तो चीन से आने वाले किसी भी देश के पैसेंजर्स को बैन कर दिया है। जिन देशों से चीन यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है उसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली, साउथ कोरिया और पाकिस्तान शामिल हैं।
उधर, चीन में कोरोना मामले बढ़ने के बावजूद कोविड प्रोटोकॉल्स में ढील देना शुरू कर दिया है। चीन में अनिवार्य क्वारंटीन को अगले साल 8 जनवरी से खत्म करने का आदेश जारी कर दिया गया है। दो दिन पहले से ही चीन ने कोविड अपडेट्स भी जारी करना बंद कर दिया है।
उधर, एक्सपर्ट्स ने यह आशंका जताई है कि चीन के गलत फैसले की वजह से नए वेरिएंट्स को पनपने का मौका मिलेगा जो दुनिया के लिए घातक हो सकता है।