नई दिल्ली। बड़ी खबर यह आयी है कि सुल्तानपुर में दो दशक पुराने बिजली, पानी के मुद्दे पर हुए प्रदर्शन के मामले में राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह समेत सपा के पूर्व विधायक अनूप संडा समेत अन्य लोगों को 3 महीने की सजा और 1500 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई गई है.
कोर्ट पहुंचे राज्यसभा सांसद ने बीजेपी सरकार की अव्यवस्था को आंदोलन के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि वे इस सजा के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करेंगे.
यहां बता दें कि साल 2001 में 36 घंटे बिजली पानी की समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मौजूदा राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक आंदोलन छेड़ा था, उस समय उनके साथ पूर्व सपा विधायक अनूप संडा समेत बीजेपी के पूर्व नगर अध्यक्ष सुभाष चौधरी, कांग्रेस नेता और पूर्व सभासद कमल श्रीवास्तव, कांग्रेस प्रवक्ता रहे संतोष चौधरी, बीजेपी के नामित सभासद रहे विजय सेक्रेटरी आंदोलन में शामिल रहे थे.
नगर कोतवाली में धरना प्रदर्शन और सरकारी काम में बाधा समेत अन्य को मुद्दा बनाते हुए स्थानीय पुलिस ने सभी लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था. एमपी एमएलए कोर्ट के जज योगेश यादव की अदालत में विचारण की प्रक्रिया चल रही थी.
21 साल के अंतराल पर जिला सत्र न्यायालय की एमपी एमएलए कोर्ट ने सजा के बिंदुओं पर राज्यसभा सांसद संजय सिंह, पूर्व विधायक समाजवादी पार्टी अनूप संडा समेत 5 अन्य लोगों को दोषी करार देते हुए सजा मुकर्रर कर दी है.
एक मामले में जहां राज्यसभा सांसद संजय सिंह को 3 महीने की सजा और 1000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है. वहीं दूसरे मामले में एक माह की सजा और 500 रुपये का जुर्माना कोर्ट ने ठोंका है. सजा के दौरान राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे.
उन्होंने इस आंदोलन के पीछे बीजेपी सरकार की बिजली अव्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटांएगे.
राज्यसभा सांसद और आप नेता संजय सिंह ने कहा कि उस वक्त भाजपा की सरकार थी. उस समय 36 घंटे बिजली, पानी नहीं होने पर हम लोगों ने प्रदर्शन किया था. 36 घंटे ब्लैक आउट के बाद लोकतांत्रिक ढंग से हमने बिना किसी व्यवस्था को क्षति पहुंचाए आंदोलन किया था.
21 साल बाद इस मामले में सजा सुनाई जा रही है. जिसमें मेरे साथ पूर्व विधायक अनूप संडा, बीजेपी के नगर अध्यक्ष रहे सुभाष चौधरी और सभासद विजय सेक्रेटरी, कांग्रेस नेता और पूर्व सभासद कमल, पूर्व नगर प्रवक्ता संतोष चौधरी भी शामिल हैं. मुद्दों को लेकर हमारी लड़ाई जारी रहेगी. इस सजा के खिलाफ हम हाई कोर्ट में अपील करेंगे.
संजय सिंह ने कहा उस समय भीषण गर्मी में बच्चे बिलख रहे थे. 36 घंटे की बिजली कटौती के चलते पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त था.