सीएसआर के तहत उषा मार्टिन योग व नैतिक शिक्षा पर 10 गांव में चलाएगा अभियान

झारखंड
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  • पांच दिवसीय योग व नैतिक शिक्षा का समापन

रांची। सही कर्म का निर्णय खुद अपने अंतरात्मा से लेना होता है। जीवन में जो सही है, उससे प्रेरणा लेकर उसे आगे बढ़ने का साधन बनाएं। सदैव ईमानादारी से क्रियाशील रहनेवाला व्यक्ति सफल होता है। चाहे वह शारीरिक स्वास्थ्य हो या मानसिक रूप से सजगता की बात हो। उक्त बातें उषा मार्टिन के यूनिट हेड एसबीएन शर्मा ने कहीं।

वह 21 दिसंबर को टाटीसिलवे मध्य विद्यालय में योग और नैतिक मूल्यों की शिक्षा अभियान के सत्रावसान पर बोल रहे थे। उषा मार्टिन फॉउंडेशन और शालिनी अस्पताल के सौजन्य से अगले 50 दिनों टाटीसिलवे के इर्द गिर्द के गांवों एवं स्कूलों में अभियान चलाया जाएगा।

शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी की सफलता के लिए ईमानदारी जरूरी है। अगर हम अपने दैनिक काम मे सजग है, तो वह ईमानदारी है। चाहे पढ़ाई करे। योग करे या कोई अन्य काम करें। यह ध्यान नहीं देना है कि कोई हमारी गलती को देख रहा है या नहीं। इसके लिए खुद पे्ररित होना है और आगे बढ़ते जाना है।

स्वामी मुक्तरथ ने बताया कि गांवों के बच्चों में आगे बढ़ने की ललक है। वह सदैव सीखने के लिए प्रयत्नशील है। उषा मार्टिन के माध्यम से चलाया जा रहा गांव जागरुकता अभियान से बच्चों एवं ग्रामीणों को काफी लाभ होगा।

इस अवसर पर डॉ मयंक मुरारी ने बताया कि हर एक गांव और स्कूलों में पांच दिनों का विशेष सत्रों के माध्यम से युवाओं को केंद्र में रखकर भारतीय संस्कृति एवं परंपरा के गुणों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस अभियान में गांव के बच्चों के अलावा जन प्रतिनिधि और युवावर्ग को भी जोड़ा जायेगा।

विद्यालय की प्राचार्या वीणा महतो ने कहा कि उषा मार्टिन का यह प्रयास सराहनीय है। कारखाने के प्रयास से विद्यालय की आधारभूत संरचना का विकास किया गया है। इस अवसर पर शालिनी अस्पताल के राणा विकास, शिशिर भगत के अलावा मोनीत बूतकुमार, भुवनेश्वर महतो, सुनीता देवी, रौशन लिंडा आदि उपस्थित थे।