- संघ ने सड़क पर उतरने की दी धमकी
रांची। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने कहा कि शिक्षकों को छात्रवृत्ति भुगतान के लिए ई-कल्याण पोर्टल पर विद्यार्थियों का डाटा संधारण करने में कई तरह की दिक्कत आ रही है। इसे लेकर पदाधिकारियों के रवैये से शिक्षकों में रोष है। वे कभी सड़क पर भी उतर सकते हैं।
झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र चौबे व मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि प्राथमिक और मध्य विद्यालय के विद्यार्थियों की छात्रवृति भुगतान के लिए ई-कल्याण पोर्टल पर प्रत्येक छात्रों का डाटा संधारण करने में शिक्षक पसोपेश में हैं। कई तरह की परेशानी और खामियां उन्हें झेलनी पड़ रही है।
पदधारियों ने कहा कि पर्व के ऐन मौके पर अधिकारियों द्वारा बात-बात पर शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया जा रहा है। विभागीय कार्रवाई की जा रही है। ऐसा कर वे शिक्षकों का मानसिक शोषण कर रहे हैं। यह न्याय संगत नहीं है।
पदधारियों ने कहा कि ऐसी स्थिति रहने पर शिक्षक सड़क पर उतरने को विवश होंगे। विद्यालय में कंप्यूटर या लैपटॉप की सुविधा नहीं है। ऐसे में शिक्षकों द्वारा यह कार्य कराना संभव नहीं हो पाता है। शिक्षक ई-कल्याण पोर्टल पर छात्रों का संधारण करने पर कई तरह की समस्या उत्पन्न होती है।
ऐसी समस्या झेल रहे हैं शिक्षक
एक मोबाइल नंबर का सिर्फ दो ही बार प्रयोग किया जा सकता है। अगर किसी के तीन बच्चे विद्यालय में पढ़ रहे हैं तो किसी तीसरे व्यक्ति के मोबाइल नंबर का प्रयोग करना होता है।
कॉलम में मोबाइल नंबर का लगातार तीसरी बार प्रयोग करने के बाद सबमिट करने से पुनः होम पेज में आ जाता है। इस प्रकार भरा गया सारे डाटा को पुनः भरना होता है, जिससे अधिक समय लगता है।
आधार के सर्वर डाउन की समस्या के कारण काम में बाधा आती है।
अभिभावक द्वारा नामांकन पंजी में जन्मतिथि कुछ और दर्ज है, जबकि आधार कार्ड में जन्मतिथि कुछ और है। ऐसे में छात्रों का संधारण करना संभव नहीं हो पा रहा है।
अधिकांश विद्यालय के कुछ बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है। इसके कारण 100% छात्रवृत्ति फार्म भरना मुश्किल है।
सब कुछ ठीक ठाक रहने पर एक छात्र का संधारण करने में कम से कम दस से 12 मिनट लगता है।
सर्वर की त्रुटि के कारण भरे गए डाटा को सबमिट करते समय एप्लीकेशन फेल की समस्या बार-बार आ रही है।
कुछ डाटा में मिसमैच का मैसेज आता है। बार-बार डाटा एंट्री के बाद वह सफल होता है।