5 जनवरी से मुख्यमंत्री नीतीश की नई यात्रा का आगाज, यहां से जानने निकलेंगे बिहार की जनता का मिजाज

बिहार देश
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पटना। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 जनवरी से बिहार की यात्रा पर निकल रहे हैं. इसकी शुरुआत चंपारण से शुरू हो रही है.

जल संसाधन मंत्री संजय झा ने जानकारी देते हुए बताया कि अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सरकार की ओर से चलाए जा रहे विकास कार्यों का जायजा लेंगे और इसकी जमीनी हकीकत जानेंगे.

यहां बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश इसके पहले भी बिहार की यात्रा करते रहे हैं और जनता से मिलकर उनकी समस्या को सुना है और इसी आधार पर कई फैसले भी लिए हैं. इस बार भी नीतीश जी जनता के बीच जा रहे हैं, तो हर जिले में जनता दरबार भी लगेगा.

इस क्रम में लोग अपनी समस्याओं को सीधे मुख्यमंत्री को बता पाएंगे. इस दौरान कई विभागों के अधिकारी और प्रभारी मंत्री भी मौजूद रहेंगे, जिससे फैसला तुरंत लेने में मदद मिलेगी.

संजय झा ने बताया कि मुख्यमंत्री की यात्रा को चुनावी यात्रा बताने वाले दलों को ये समझना चाहिए कि क्या सीएम कोई पहली बार यात्रा पर निकल रहे हैं, जो इस बार इसे राजनीतिक यात्रा बता रहे हैं.

क्या शराबबंदी की जमीनी हकीकत को भी जानने की कोशिश भी यात्रा का मकसद है? इस सवाल पर संजय झा ने कहा, सिर्फ शराबबंदी क्यों, जनता से जुड़े हर मुद्दे को जानेंगे और इसमें शराबबंदी का मामला भी है.

बता दें कि अभी तक नीतीश कुमार न्याय यात्रा, संकल्प यात्रा, विश्वास यात्रा, अधिकार यात्रा, संपर्क यात्रा, विश्वास यात्रा, निश्चय यात्रा, धन्यवाद यात्रा, जल जीवन हरियाली यात्रा, सामाजिक सुधार यात्रा जैसी कई यात्रा निकाल चुके हैं.

वहीं, नीतीश कुमार की इस बार की यात्रा इसलिए भी खास बन गई है कि 5 जनवरी से बिहार कांग्रेस के नेता भी राज्यस्तरीय यात्रा पर निकल रहे हैं. खास बात यह है कि बीते कई सालों के बाद ऐसा हो रहा है जब बिहार कांग्रेस के नेता जनता के बीच जाकर बिहार कांग्रेस की जमीनी सच्चाई को जानेंगे. बताया जा रहा है कि इसकी प्रेरणा बिहार के कांग्रेस नेता को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से मिली है.