खेती का समय बीत जाने के बाद बांटे जा रहे सरसों बीज

झारखंड कृषि
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विवेक चौबे

गढ़वा। खेती का समय बीत जाने के बाद किसानों को सरसों का बीज बांटे जा रहे हैं। गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में 116 किसानों के बीच दो-दो किलोग्राम सरसों के बीज का वितरण शनिवार को किया गया। ये किसान खरौंधा, बलियारी व पतरिया पंचायत के थे।

ब्लॉक बीएओ शहीद अंसारी और एफपीओ सूर्यकान्त तिवारी ने किसान राहुल कुमार, सतेंद्र गुप्ता, संगीता देवी, अनीता देवी, बुचुन मेहता, अजय पाल, जिलानी राइन, शशिभूषण कुमार, सुशील कुमार, संदीप ठाकुर, बजरंगी मेहता, दिलीप मेहता सहित 116 किसानों को सरसों के बीज दिए।

जानकारों का कहना है कि सरसों के बीज के वितरण का कोई फायदा अब किसानों को मिलने वाला नहीं है। इसकी बुआई का समय बीत चुका है।

रांची स्थित बिरसा कृषि विश्‍वविद्यालय के वैज्ञानिकों के मुताबिक तोरिया, राई-सरसों समूहों में सबसे जल्‍दी तैयार हो जाती है। बुआई के लिए उपायुक्‍त समय 20 सितंबर से 20 अक्‍टूबर है।

वैज्ञानिकों के मुताबिक राई देर से पकती है। इसे पूरे अक्‍टूबर में लगाया जाता है। बुआई में देरी होने से फसल की उपज क्षमता और बीजों में तेल की मात्रा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कीट और रोगों का प्रकोप भी बढ़ जाता है।

फिर भी विभाग द्वारा खानापूर्ति के लिए किसानों को बीज दिया जा रहा है। मुफ्त में लगातार सरसों के बीज का वितरण किया जा रहा है। इसकी जानकारी होने से प्रखंड कार्यालय पर किसानों की भीड़ लग रही है।