राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम में बड़ा बदलाव; झारखंड स्थापना दिवस पर मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम में नहीं होंगी शामिल

झारखंड
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रांची। अभी-अभी बड़ी खबर ये आ रही है कि झारखंड स्थापना दिवस और जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम में बड़ा बदलाव हुआ है.

रविवार को देर शाम राष्ट्रपति सचिवालय की ओर उनका जो कार्यक्रम जारी किया गया है, उसके मुताबिक, राष्ट्रपति न तो राजधानी रांची के मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं, न ही खूंटी में आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करेंगी.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की झारखंड और मध्यप्रदेश यात्रा के लिए जो कार्यक्रम जारी किया गया है, उसमें बताया गया है कि सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर महामहिम द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन से रवाना होंगी और शाम 5 बजकर 25 मिनट पर वह मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में राजभवन पहुंचेंगी.

कार्यक्रम के मुताबिक, पालम एयरपोर्ट से महामहिम भारतीय वायुसेना के विमान से झारखंड के लिए उड़ान भरेंगी. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा.

यहां से भारतीय वायुसेना के एमआई17 हेलीकॉप्टर से वह खूंटी जायेंगी. खूंटी के उलिहातू गांव में भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर जायेंगी और महान स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि देंगी.

भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हेलीपैड से वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचेंगी. यहां से वह वायुसेना के विमान से मध्यप्रदेश के जबलपुर रवाना हो जायेंगी.

जबलपुर से हवाई मार्ग से शहडोल पहुंचेंगी. वहां कार्यक्रम में शामिल होंगी. कार्यक्रम के समापन के बाद यहीं राष्ट्रपति का भोजन करने का भी कार्यक्रम है.

शहडोल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित ‘जनजातीय समागम’ में हिस्सा लेंगी. यहां से वह वायुसेना के हेलीकॉप्टर से जबलपुर लौटेंगी और वहां से भोपाल चली जायेंगी. यहां शाम को सूर्यास्त के समय महामहिम को एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा. इसके बाद वह राजभवन चली जायेंगी.

बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को झारखंड में जनजातीय गौरव दिवस और झारखंड स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में शामिल होना था. राजधानी रांची के मोरहाबादी में झारखंड स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रम में उन्हें भाग लेना था.

वहीं, खूंटी में भी एक कार्यक्रम में उन्हें शामिल होना था. महामहिम को देवघर में बाबा बैद्यनाथ के दर्शन भी करने थे. लेकिन, अब उन सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है.