Jharkhand : पानी की घोर समस्या झेल रहे डिल्लीसूद गांव में महज दो घंटे में हुआ चमत्‍कार

झारखंड
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  • खूंटी में फिर शुरू हुआ जनशक्ति से जलशक्ति अभियान

खूंटी। बारिश खत्म होने के बाद झारखंड के खूंटी में इस वर्ष पुन: जनशक्ति से जलशक्ति अभियान शुरू हो गया। इसके तहत गांव-गांव में जल संरक्षण को लेकर बोरीबांध का निर्माण प्रारंभ कर दिया गया। इसकी शुरुआत 12 नवंबर, 22 को पानी की घोर समस्या झेल रहे तोरपा प्रखंड की जरिया पंचायत अंतर्गत डिल्लीसूद गांव से हुई। ग्रामसभा ने पानी की समस्या का सामाधान ढूंढ़कर मदईत (श्रमदान) से बोरीबांध का निर्माण किया। इसमें महज दो घंटे में पानी भर गया। इस कार्य में जिला प्रशासन और सेवा वेलफेयर सोसाईटी ने ग्रामसभा की आंशिक मदद की।

बता दें कि जरिया पंचायत के अधिकांश गांवों में पानी की घोर किल्लत है। आलम यह है कि गर्मी के दिनों में गांवों के लोग नहाने-धोने और बर्तन मांजने के बाद पानी को जमा करते हैं। पानी मवेशियों को पिलाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। पिछले दिनों जिले के डीसी शशि रंजन समेत तीन आईएएस और आईपीएस अधिकारी इस पंचायत में पहुंचे थे। ग्रामीणों की इस समस्या के सामाधान का आश्वासन दिया था। इस पंचायत के गांवों में तीन तालाबों का निर्माण कराने का आश्वासन डीसी ने ग्रामीणों को दिया है।

तात्कालिक पेयजल संकट के हल के लिए डिल्लीसुद गांव की ग्रामसभा ने बोरीबांध बनाने का निर्णय लिया। गांव में एक उलिगड़ा नामक स्थान है, जहां वर्तमान में हल्की धार के साथ पानी बह रहा था। ग्रामीणों ने इस स्थान को बोरीबांध निर्माण के लिए चुना। शनिवार को पूरा गांव सारे काम छोड़ मदईत कर बोरीबांध निर्माण का कार्य प्रारंभ किया। सेवा वेलफेयर सोसाईटी के लोगों ने भी ग्रामीणों के संग श्रमदान किया। बांध को मजबूती प्रदान करने के लिए बांध के पीछे बड़े-बड़े पत्थरों को दूर से छह से आठ लोगों ने मिलकर लाया। उन पत्थरों को बोरीबांध के पीछे लगाया गया।

बांध का निर्माण कार्य पूरा होते ही वहां पानी लबालब भर गया। इससे ग्रामीण काफी खुश हुए। बांध बनने के बाद सभी ग्रामीणों ने गांव के मैदान में महिलाओं द्वारा तैयार किया गया भोजन सामूहिक रूप से किया। इसके साथ ही डिल्लीसुद, रूमजुई, गितिलिपड़ी, गुम्पिला आदि गांवों में भी ग्रामीणों ने जल संरक्षण के लिए बोरीबांध निर्माण करने का निर्णय लिया है।

बोरीबांध निर्माण में श्रमदान करने वालों में प्रेम ढ़ोढ़राय, मंगा सोय, जोन कोनगाड़ी, सलील कोनगाड़ी, लाटो ढ़ोढ़राय, धनंजय सिंह बड़ाईक, संजय हपदगड़ा, राजीन ढ़ेढ़राय, खैरा ढ़ोढ़राय, चम्बरा ढ़ोढ़राय, बंधु स्वांसी, सुकरा स्वांसी, मंगू ढ़ोढ़राय, सोमा ढ़ोढ़राय, राघु मुंडा, निर्मल ढ़ोढ़राय, भदो ढ़ोढ़राय, दिव्यांग मोराई ढ़ोढ़राय, तेलोस्फर ढ़ोढ़राय समेत संपूर्ण ग्रामसभा के सदस्यों ने श्रमदान किया।