आंदोलन को सफल बनाने का संकल्‍प लिया अजाप्टा हुसैनाबाद ने

झारखंड
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पलामू। अजाप्टा हुसैनाबाद के सदस्‍यों ने चार सूत्री मांगों के समर्थन में रांची चलने के लिए कमर कस ली है। शिक्षक सरकार के संवेदनहीनता रवैया पर आहत हैं। इसकी तैयारी को लेकर शिक्षकों ने 17 नवंबर को बैठक की। उपस्थित शिक्षकों ने सैकड़ों की संख्या में ट्रेन से चलने पर हाथ उठाकर सहमति दी।

सदस्‍यों ने कहा कि बीते 15 अक्टूबर को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में चरणबद्ध आंदोलन का बिगुल फूंका गया। प्रथम चरण में 4 और 5 नवंबर को काला बिल्ला लगाकर विद्यालीय कार्य किया गया। मांगों से 7 से 11 नवंबर को जनप्रतिनिधियों सहित यूपीए फोल्डर के शीर्षस्थ नेताओं को अवगत कराया गया।

शिक्षकों ने कहा कि इसके बाद भी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। फलत: लिए गए निर्णय के आलोक में आंदोलन को और प्रभावकारी बनाने के लिए 19 नवंबर को मुख्यमंत्री का घेराव करना है।

इसे लेकर अजाप्टा हुसैनाबाद द्वारा वर्चुअल बैठक की जा रही है। इसके अलावे 17 नवंबर को प्रखंड अध्यक्ष जुबैर अंसारी की अध्यक्षता में उर्दू मध्य विद्यालय, हुसैनाबाद परिसर में बैठक हुई। इसका संचालन सचिव निर्मल कुमार ने किया। सदस्‍यों ने हाथ उठाकर आंदोलन को सफल बनाने का संकल्‍प लिया।

बैठक में अध्यक्ष जुबैर अंसारी, सचिव निर्मल कुमार, वरीय शिक्षक, कुद्दुस अंसारी, अंगद प्रसाद, कन्हैया प्रसाद, रंजीत कुमार, गिरिवर राम, जितेंद्र राम, प्रभु राम, अब्दुस्सलाम, इकबाल अहमद, सैय्यद इकबाल अहमद, रविन्द्र चौधरी, अवधेश पासवान, मनोज सिंह, सैय्यद शाने अहमद, राजेंद्र चौधरी, राजेंद्र पासवान, शंकर पासवान, धुरेंद्र पटेल, कामेश्वर पासवान, मनोज कुमार चौधरी, प्रमोद पासवान, महेंद्र बैठा, इलियास हुसैन, डीएन सिंह, रामलाल राम, महेश यादव, जफीरुद्दीन, नईम आलम सहित दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे।

ये हैं मांगें

राज्य कर्मियों की तर्ज पर सभी कोटि के शिक्षकों को MACP का लाभ मिले।

छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करते हुए इन्ट्री पे स्केल दिया जाए।

इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर नियम को सरल और सुगम बनाया जाए।

गैर शैक्षणिक कार्यों से पूर्ण मुक्ति।