पलामू। विभाग की उपेक्षा से आहत शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। इसे सफल बनाने को लेकर 20 अक्टूबर, 2022 को देर शाम अजाप्टा हुसैनाबाद की मैराथन बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष जुबैर अंसारी ने की। संचालन सचिव निर्मल कुमार ने किया।
मौके पर जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार दूबे, वरीय महासचिव रामानुज प्रसाद, छत्तरपुर प्रखंड अध्यक्ष उमेश प्रसाद, संगठन सचिव सुशील कुमार उपस्थित थे। हैदरनगर के सचिव अरुण कुमार चौधरी, संगठन सचिव प्रेम कुमार चौधरी, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष विकास प्रसाद, मुहम्मद गंज के अध्यक्ष सत्येन्द्र पासवान के अलावे जिला संयुक्त सचिव चक्रवर्ती सिंह व सुरेंद्र प्रसाद भी मौजूद थे।
बैठक में उपस्थित पदधारियों ने कहा कि पूर्व में कई बार अजाप्टा के शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व ने विभाग का ध्यान शिक्षा और शिक्षक हित में आकृष्ट कराया है। समय-समय पर ज्ञापन देने और विभागीय नियमों के आलोक में सार्थक तर्क देने का काम किया है। विभाग द्वारा भी सकारात्मक रिस्पॉन्स दिया गया। फिर यह फाईलों में ही दम तोड़ दिया। इससे शिक्षक आहत हैं। आनेवाली पीढ़ी ना कोसे, इसके लिए अजाप्टा ने संघर्ष का रास्ता अख्तियार करने का निर्णय लिया।
पदधारियों ने कहा कि बीते 15 अक्टूबर, 2022 को राज्य कार्यकारिणी की बैठक में विभाग की हठधर्मिता पर गहरा रोष व क्षोभ व्यक्त किया गया था। विभिन्न जिलों से पहुंचे शिक्षक प्रतिनिधियों की सहमति से चार सूत्री मांगें निर्धारित की गयी थी। चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया गया था।
चरणबद्ध आंदोलन के तहत 4 और 5नवंबर को काला बिल्ला लगाना, 7 से 12 नवंबर को जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपना, 19 नवंबर को मुख्यमंत्री का घेराव करना है। इसके बाद भी मांगें नहीं माने जाने पर 17 दिसंबर को राजभवन के समक्ष आमरण-अनशन किया जाएगा। उक्त प्रस्तावित कार्यक्रम को शत प्रतिशत सफल बनाना है। यह सबों की भागीदारी व सहयोग से ही संभव है।
जिला से आये वरीय उपाध्यक्ष रामानुज प्रसाद और जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार दूबे ने सभी घोषित कार्यक्रम में शिक्षकों से बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। उपस्थित सभी शिक्षकों ने हाथ उठाकर समर्थन किया।
मौके पर प्रखंड के शिक्षक कामेश्वर पासवान को हिन्दी से पीएचडी करने और महेश यादव को प्रखंड स्तरीय सर्वोत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होने पर बुके देकर सम्मानित किया गया।
पलामू प्रमंडल के सोशल मीडिया प्रभारी राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि विभाग का शिक्षकों के प्रति अच्छी सोच नहीं है। नकारात्मक सोच के कारण ही कर्म में आस्था रखनेवाले शिक्षकों को चरणबद्ध आंदोलन करने पर विवश होना पड़ा।
बैठक में एचएम विजय सिंह, वरीय शिक्षकों में अंगद प्रसाद, गिरिवर राम, रंजीत कुमार, सैय्यद शाने अहमद, सैय्यद इकबाल अहमद, नारायण, डीएन सिंह, वेद प्रकाश मणी, इंतेशाम अहमद, जितेंद्र राम, घुरेंद्र पटेल, जीएस चौबे, महेंद्र प्रसाद के अलावे जय प्रकाश शर्मा, मनोज कुमार चौधरी, प्रमोद कुमार पासवान, संतोष राम, अवधेश पासवान, बिहारी रजक, योगेन्द्र पासवान सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।
ये है मांगें
सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना का लाभ शिक्षकों को दी जाए।
छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर कर इन्ट्री पे स्केल।
इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर नियम को सरल होना। एनजीओ के दबाव में गैर शैक्षणिक कार्यों की बहुलता पर रोक।