नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को निधन हुआ। उनका इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था।
जानकारी हो कि 2 अक्टूबर को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी। इसके बाद उन्हें मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
करीब 82 साल के हो चुके मुलायम सिंह यादव का स्वास्थ्य लगातार खराब चल रहा था। उन्हें जून में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह अभी तक अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में ही भर्ती थे।
बीते रविवार दोपहर अचानक उनको सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी। इसके बाद उन्हें तत्काल आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। जांच में पता चला कि उनका ऑक्सीजन लेवल और ब्लड प्रेशर कम हो गया था।
ज्ञात हो कि 22 अगस्त को मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था। मुलायम सिंह को एक अक्तूबर की रात को आइसीयू में शिफ्ट किया गया था। मुलायम सिंह यादव का मेदांता के एक डॉक्टरों का पैनल इलाज कर रहा था।
मुलायम सिंह यादव पहलवान और शिक्षक थे। उन्होंने लंबी सियासी पारी खेली। तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। केंद्र में रक्षा मंत्री रहे। उन्हें बेहद साहसिक सियासी फैसलों के लिए भी जाना जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा, ‘मुलायम सिंह यादव जी ने यूपी और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। वह आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए एक प्रमुख सैनिक थे।‘