गोपालगंज। सर मुड़ाते ओले पड़े। यह कथन यहां ओवैसी की पार्टी पर सटीक बैठता नजर आ रहा है. जानने के लिए आगे पढ़ें… बिहार उपचुनाव 2022 को लेकर अब हलचल तेज हो गयी है. प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरकर ताल ठोकने लगे हैं. गोपालगंज में इस बार चुनाव बेहद दिलचस्प मोड़ पर जाता दिख रहा है. राजद और जदयू अब महागठबंधन में साथ हैं, जबकि भाजपा अब अकेले ही मैदान में उतरी है.
उधर बसपा से साधु यादव की पत्नी ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया ही था कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी एंट्री मार दी. अब AIMIM प्रत्याशी के ऊपर केस दर्ज किया गया है.
गोपालगंज का उपचुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां भाजपा और राजद के साथ ही बसपा और एआइएमआइएम भी मैदान में है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की एंट्री ने इस चुनाव को अब थोड़ा अधिक रोमांचक बना दिया है.
गोपालगंज सदर विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटरों की संख्या अधिक है. यहां बड़ी तादाद में मुस्लिम वोट पड़ते हैं. AIMIM ने अब्दुल सलाम को उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने शुक्रवार को नामांकन किया, लेकिन नामांकन के दौरान उनकी एक गलती निर्वाचन आयोग ने पकड़ ली. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उनपर केस दर्ज किया गया.
AIMIM उम्मीदवार अब्दुल सलाम पर बिना अनुमति के शुक्रवार को नामांकन जुलूस निकालने का आरोप लगा है. बिहार उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता उल्लंधन का यह मामला पहला है.
यहां बता दें कि गोपालगंज में नामांकन की प्रक्रिया संपन्न हो गई है. इस विधानसभा उपचुनाव में यहां से कुल 11 प्रत्याशियों ने नामांकन कराया है. अब स्क्रूटनी के बाद मतदान 3 नवंबर को होगा.