3 साल से नहीं मिला मानदेय, सड़क पर उतरीं जल सहिया

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। झारखंड के विभिन्‍न जिलों में कार्यरत जल सहिया को 3 साल से मानदेय नहीं मिला है। लगातार गुहार के बाद भी उनकी नहीं सुनी गई। बाध्‍य होकर वह सड़क पर उतर गई। लोहरदगा सहित अन्‍य जिलों में जल सहिया ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को रैली निकाली और प्रदर्शन किया।

लोहरदगा में मांगों को लेकर जल सहिया ने रैली निकाली। यह ब्लॉक सहकारिता भवन से समाहरणालय पहुंची। वहां धरना-प्रदर्शन किया। उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। सर्किट हाउस पहुंचकर वितमंत्री डॉ रामेश्वर उरांव एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिली। मांग पत्र सौंपकर मदद की गुहार लगाई। बन्ना गुप्ता ने हरसंभव मदद का आश्‍वासन दिया। डॉ रामेश्वर उरांव ने 12 सितम्बर को बातचीत के लिए रांची बुलाया है।

रैली में बालमंती देवी, शुफिया खातून, पूजा देवी, संगीता देवी, रोजी परवीन, सावरेन खातून, सीमा उरांव, मुदरत प्रवीण, स्वर्णलता उरांव, मुनी उरांव, सबिया खातून, विनीता उरांव, संजू उरांव, सुमन देवी, चांदमनी देवी, शबाना खातून, जयवंती देवी, जयंती उरांव, सुमंती उरांव, सुनीता आदि मौजूद थीं।

ये है मांगें

37 माह का बकाया 1,000 रुपये मासिक मानदेय का एक मुस्त भुगतान किया जाय।

मानदेय हटाने के आदेश को अविलंब वापस लिया जाए।

वायदे के मुताबिक महंगाई अनुरूप न्यूनतम मानदेय तय किया जाय।

जल सहिया का SBM (G) का बकाया प्रोत्साहन राशि भुगतान किया जाए। पोशाक की अपूर्ति की जाए।

पेयजल एवं स्वच्छता से जुड़े सभी कार्यों में जल सहिया की सहभागिता सुनिश्चत की जाए। JIM के कार्यों का सत्यापन VWSE से कराया जाय।