- सीएमडी मनोज कुमार ने इसका उद्घाटन किया
रांची। सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने संस्थान के परिसर में बने नव-निर्मित जियो-टेक्निकल लैब और लार्ज डायरेक्ट शीयर मशीन (एलडीएसएम) का 18 सितंबर को उद्घाटन किया। इस जियो-टेक्निकल प्रयोगशाला की स्थापना कोल इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) परियोजना के तहत की गई है।
2500 किलो न्यूटन प्रत्येक की नॉर्मल और शीयर लोड कैपेसिटी वाली इस लार्ज डायरेक्ट शीयर मशीन (एलडीएसएम) देश में इस प्रकार की सबसे बड़ी मशीन है। दुनिया में सबसे बड़ी मशीनों में इनका भी नाम शुमार है। यह मशीन 80 सेंटीमीटर्स तक के आकार वाले कण का परीक्षण कर सकती है।
बतातें चलें कि सीएमपीडीआई द्वारा आईआईटी-दिल्ली के सहयोग से लार्ज डायरेक्ट शीयर मशीन (एलडीएसएम) का विकास और डिजाइन किया गया है। पूरी तरह से भारत में इसका निर्माण किया गया है। इसका उपयोग वास्तविक क्षेत्र तनाव स्थितियों के तहत प्रतिनिधि ओवर-बर्डन (ओबी) डम्प और रॉक सामग्री की ताकत गुणों के आकलन के लिए किया जाता है।
इन सम्पत्तियों का उपयोग खुली कोयला खदान और धातु खदानों में गढ्ढे और डम्प ढलानों की स्थिरता के आकलन के लिए किया जाता है। यह मशीन खदानों में सुरक्षा सुनिश्चित करने, डम्प की क्षमता बढ़ाने के लिए गढ्ढे और डम्प ढलानों के स्थिरता मूल्यांकन में मदद करेगी। भूमि की आवश्यकता के अनुकूलन में मददगार साबित होगी।
इस अवसर पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) आरएन झा, निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) एसके गोमास्ता, निदेशक (तकनीकी/ईएस) शंकर नागाचारी, वरीय सलाहकार (माइनिंग) एके राणा, सीएमपीडीआई के सभी क्षेत्रीय निदेशक सहित महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।