नई दिल्ली। बुधवार को दिल्ली पुलिस को मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने मुंबई के नवा शेवा पोर्ट से हेरोइन की सबसे बड़ी खेप जब्त की है। जब्त किए गए हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,725 करोड़ रुपए है।
तस्कर नशे के आदी लोगों को धीरे-धीरे मौत के मुंह में धकेलने वाली हेरोइन को जड़ी बूटी में छिपाकर लाए थे। इसके लिए लीकोरिस (मुलेठी) नाम की जड़ी बूटी का इस्तेमाल किया गया। यह यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में उगाई जाती है। इसकी जड़ में ग्लाइसीराइजिन होता है। अधिक मात्रा में इसे खाने पर दुष्प्रभाव हो सकता है।
इधर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के विशेष सीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा कि मुंबई के नवा शेवा पोर्ट से एक कंटेनर जब्त किया गया है। इसमें हेरोइन कोटेड 22 टन लीकोरिस था। जब्त किए गए हेरोइन की कीमत करीब 1,725 करोड़ रुपए है।
कंटेनर को दिल्ली भेजा जाना था। इस जब्ती से पता चलता है कि नार्को आतंकवाद हमारे देश को कैसे प्रभावित कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर भारत को ड्रग्स के नशे में धकेलने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। बरामद हुए हेरोइन की कुल मात्रा करीब 345 किलोग्राम है।
यहां बता दें कि पिछले साल सितंबर में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर 3,000 किलोग्राम वजनी ड्रग्स की खेप पकड़ी गयी थी। इसकी कीमत 21,000 करोड़ रुपए थी।
यह देश में हुई मादक पदार्थों की सबसे बड़ी जब्ती थी। डीआरआई ने 17 सितंबर से 19 सितंबर 2021 के बीच मुंद्रा पोर्ट के कंटेनर फ्रेट स्टेशन पर पत्थर की एक खेप में छिपाकर रखी गई हेरोइन को जब्त किया था।