नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ देशभर के 30 पूर्व IPS अफसरों ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से शिकायत की है।
इन रिटायर्ड आईपीएस अफसरों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर गुजरात दौरे के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा देश की पुलिस के मनोबल को कमजोर करने के इरादे से पुलिसकर्मियों के साथ कथित दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, यह पूरा मामला अरविंद केजरीवाल के गुजरात दौरे से जुड़ा है, जहां केजरीवाल एक ऑटो चालक के यहां खाना खाने के लिए ऑटो में बैठकर जाते समय पुलिसकर्मियों ने उनकी सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उन्हें ऑटो में बैठकर जाने से रोका था, इस दौरान केजरीवाल की पुलिस कर्मियों से तीखी नोंकझोंक भी हो गई थी। उस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया था।
आरोप है कि इस दौरान केजरीवाल ने पुलिस के खिलाफ कुछ अरुचिकर और असंगत टिप्पणी की। इन टिप्पणियों से पुलिस के मनोबल को गहरी चोट लगी है।
यह देखते हुए कि केजरीवाल देश की राजधानी के मुख्यमंत्री हैं, पुलिस बल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है। ऐसे में महज राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए केजरीवाल ने पुलिस अधिकारियों को पूरी तरह से अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोकते हुए यह कहकर अपमानित किया कि गुजरात के पुलिस अधिकारी राज्य द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा पर एक काला धब्बा हैं, जो बेहद निराशाजनक था।
चिट्ठी लिखने वालों में पंजाब के पूर्व महानिदेशक पी.सी. डोगरा, उत्तर प्रदेश के पूर्व महानिदेशक विक्रम सिंह, महाराष्ट्र के पूर्व महानिदेशक प्रवीण दीक्षित, केरल के पूर्व महानिदेशक एम.जी. रमण, बिहार के पूर्व महानिदेशक एस.के. भारद्वाज, आंध्र प्रदेश के पूर्व महानिदेशक आलोक श्रीवास्तव समेत कुल 30 पूर्व आईपीएस अफसरों के नाम हैं।
यहां बता दें कि गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में गुजरात में अपनी पार्टी की जड़ें जमाने की जुगत में जुटे केजरीवाल बीते कई महीनों से गुजरात के अलग-अलग राज्यों का दौरा कर अपना जनाधार तैयार में लगे हैं।
इसके लिए वह कई तरह की चुनाव पूर्व गारंटियों के एलान के साथ ही राज्य और केंद्र में सत्तारूढ़ दल भाजपा पर जमकर हमला बोल रहे हैं।