रांची। भाजपा के गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे के एक ट्वीट ने झारखंड की राजनीति में तहलका मचा दिया है। लोगों में जानने की ललक बढ़ गई है। वे सवाल कर रहे हैं।
बताते चलें कि खनन लीज आवंटन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है। आयोग कभी भी फैसला दे सकता है। प्रतिकूल फैसला आने पर सोरेन को अयोग्य घोषित किया जा सकता है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है।
बीजेपी सांसद का दावा है कि बरहेट और दुमका दोनों विधानसभा में उपचुनाव होना है। दरअसल खनन लीज मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ-साथ उनके विधायक भाई बसंत सोरेन भी फंसे हुए हैं। चुनाव आयोग में उनकी सदस्यता को लेकर भी सुनवाई चल रही है।
डॉ दूबे से 21 जुलाई को एक ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘ जोहार, जय श्री राम आख़िर झारखंड में हो गया काम ?’
बताया जा रहा है कि इससे यह समझा जा रहा है कि सदस्यता रद्द करने के मामले में चुनाव आयोग का फैसला जल्द आ सकता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस्तीफा देना पड़ सकता है। ऐसा नहीं करने पर सरकार गिर जाएगी।
डॉ दूबे का यह भी दावा है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के हाथों में राज्य की बागडोर सौंपना चाहते हैं। हालांकि झामुमो के वरिष्ठ विधायक और कांग्रेस सहमत नहीं दिखाई दे रही है। इसका कारण पंचायत चुनाव के नोटिफिकेशन के अनुसार कल्पना सोरेन आदिवासी सीट पर चुनाव लड़ने के काबिल नहीं हैं।