आनंद कुमार सोनी
सेन्हा (लोहरदगा)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बालू के अवैध खनन और उठाव पर रोक लगाने का सख्त निर्देश जिला प्रशासन को दिया है। हालांकि इसका असर दिख नहीं रहा है। लोहरदगा के मेढ़ो और जोगना पुल के समीप यह काम धड़ल्ले से लगातार चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक लोहरदगा के सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के मेढ़ो और जोगना पुल समीप से आए दिन दर्जनों ट्रैक्टर बालू का उठाव कर रहे हैं। इतना ही नहीं बालू उठाव कर सभी घनी आबादी वाली बस्ती आदिवासी मुहल्ला, बैठा मुहल्ला पार कर लहेरी एवं साहू मुहल्ला से गुजरता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह घनी आबादी होने के कारण बच्चे हमेशा रोड पर खेलते रहते हैं। ट्रैक्टर हमेशा आते-जाते रहते हैं। यही स्थिति रही तो किसी बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। बताया जाता है कि अनेकों बार ट्रैक्टर की वजह से कई घटना घट भी चुकी है।
जानकारी के मुताबिक किसी भी ट्रैक्टर में रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित नहीं रहता है। इससे सरकार को दोहरे राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी जानकारी प्रशासन के अफसरों को भी है। ग्राहकों को बालू खरीदने के लिए प्रत्येक ट्रेलर 2000 से 2500 रुपये देना पड़ रहा है।