विवेक चौबे
गढ़वा। मनरेगा मजदूर को स्थानीय स्तर पर काम नहीं मिल रहा था। काम की तलाश में वह ट्रेन से बाहर जा रहा था। वहां पहुंचने से पहले ही घर पर बुरी खबर आ गई। यह मामला झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत रामबांध गांव का है।
परिजनों ने बताया कि मृतक प्रगास पाल गांव के चार अन्य साथियों के साथ मजदूरी करने अलीगढ़ जाने के लिए निकले थे। डेहरी-ऑन-सोन स्टेशन से महाबोधि ट्रेन से जा रहे थे। ट्रेन की जनरल बोगी में अधिक भीड़ होने के कारण मृतक हैंडिल पकड़ कर ट्रेन के दरवाजे पर ही लटक कर सफर कर रहा था। उसी दौरान पहलेजा स्टेशन पर बिजली की पोल में टकरा कर ट्रेन से नीचे गिर पड़ा। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।
घटना मंगलवार की शाम करीब साढ़े तीन बजे की है। रेलवे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम अस्पताल भेज दिया। पहलेजा स्टेशन के स्टेशन मास्टर ने मृतक के जेब से मिले मोबाइल नंबर से घर पर फोन कर इसकी सूचना घर वालों की दी।
बुधवार को मृतक का शव घर पर पहुंचा। इसके बाद गांव और घर में एकसाथ कोहराम मच गया। मृतक के साथ गए दो साथी सासाराम और दो मुगलसराय से वापस घर आ गए। ट्रेन में अधिक भीड़ होने के कारण साथियों को घटना की जानकारी तुरंत नहीं हो पाई। मृतक मनरेगा मजदूर था, जिसका जॉबकार्ड नंबर JH -07-011-011-171/514 है।
लोगों ने बताया कि प्रखंड स्तर पर मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। इसके कारण काम की तलाश में बाहर जाने को मजबूर हैं। मृतक अपने पीछे पत्नी किरण देवी, दो पुत्र गौरी पाल व आनंद पाल और दो पुत्री संध्या व सुनया को छोड़ गया है। अंतिम संस्कार कोयल नदी के तट पर किया गया।