सुखाड़ की आशंका को देखते हुए वैकल्पिक खेती करने को तैयार रहें कृषक

झारखंड कृषि
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  • प्रज्ञा केंद्र में किसान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराएं

जमुआ (गिरिडीह)। जिला कृषि विभाग एवं आत्मा कार्यालय में बुधवार को जमुआ प्रखंड सभागार में कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार ने की। विशेषज्ञों ने सुखाड़ की आशंका को देखते हुए वैकल्पिक खेती करने के लिए तैयार रहने की बात कही।

राहत योजना का लाभ लेने के लिए ये करें

मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि‍ झारखंड फसल राहत योजना का लाभ लेने के लिए किसान भरा हुआ फॉर्म, अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल, राजस्व रसीद, वंशावली मुखिया, राजस्व कर्मचारी द्वारा प्रमाणित वंशावली लेकर अपने  पंचायत के प्रज्ञा केंद्र जाएं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराएं। किसानों को विभिन्न मौसमी फसलों की उत्तम खेती के गुर सिखाये।

समन्वित खेती से अधिक आय हो सकती है

गोष्‍ठी में सुखाड़ की आशंका को देखते हुए सरकार द्वारा किसान को वैकल्पिक खेती करने के नियम और विधि की जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने कहा कि समन्वित खेती से कम भूमि में अधिक आय की जा सकती है। अब किसान को खेती की नई तकनीक अपनानी पड़ेगी। क्षेत्र के हिसाब से फसलें उगाएं। फसल उत्पादक समूह बनाएं। उत्पाद को सीधे बाजार में बेचे, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होगा। समन्वित खेती में कृषि से जुड़े सहायक व्यवसाय जैसे वर्मीकंपोस्ट, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन और बागवानी अपने संसाधनों के अनुसार अवश्य अपनाएं, जिससे कम जोत में अधिक आमदनी हो सके।

बीज मंगाने के लिए कृषि विभाग को लिखा

सुखाड़ को देखते हुए जिला कृषि कार्यालय से 625 क्विंटल कुल्थी, 1000 क्विंटल अरहर, 400 क्विंटल उरद, 200 क्विंटल मूंग, 200 क्विंटल मक्का की बीज मंगाने के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है। आत्मा के उप परियोजना निदेशक रमेश कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र बेंगाबाद के वैज्ञानिक मधुकर कुमार ने वैज्ञानिक पद्धति से उन्नत कृषि करने की विस्तृत जानकारी दी।

किसानों का ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराने के निर्देश

बीडीओ अशोक कुमार ने कृषक मित्र, जनसेवकों को झारखंड फसल राहत योजना का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किसानों का कराने का निर्देश दिए। 20 सूत्री प्रखंड क्रियान्वयन एवं कार्यक्रम समिति प्रखंड अध्यक्ष मो जुनैद आलम, जिला परिषद सदस्य संजय हाजरा, जिला परिषद सदस्य कुमारी प्रभा वर्मा, धुरगडगि पंचायत समिति सदस्य सुरेश वर्मा, प्रतापपुर पंचायत समिति सदस्य अब्दुल गफूर अंसारी, पोबी पंचायत की पूर्व पंचायत समिति सदस्य सीता देवी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार गोस्वामी ने कहा कि सरकार गिरि‍डीह जिला को सुखाड़ क्षेत्र घोषित कर दिया है। कृषक को सुखाड़ से निबटने के कई तरह की योजना चला सकती है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी से मांग की कि योजनाओं को धरातल पर उतरने के लिए टास्क फोर्स की गठन हो।

कुलथी, सुरगुजा इत्यादि खेती को प्रोत्साहित करें

वर्तमान में राज्य में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि कुलथी, सुरगुजा इत्यादि खेती को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया जाए। छोटे-छोटे तालाबों का जीर्णोद्धार एवं चेकडैम निर्माण का सुझाव दिया। जिला के आला अधिकारियों ने सहर्ष स्वीकार किया। आश्वस्त भी किया कि शीघ्र ही इस दिशा में आवश्यक पहल की जाएगी। गोष्‍ठी का संचालन पोबी पंचायत प्रज्ञा केंद्र वीएलई योगेश कुमार पांडेय ने किया।

गोष्‍ठी के आयोजन में इनकी रही भूमिका

कार्यक्रम के सफल आयोजन में अंचल कंप्यूटर ऑपरेटर पवन कुमार, प्रवीण कुमार, जनसेवक नित्यानंद चौधरी, रेणु यादव, अजय टुडू, संदीप कुमार, ओमकार देव, सुशील कुमार, प्रखंड तकनीकी पदधिकारी पवन कुमार गुप्ता, एटीएम अरविंद कुमार वर्मा, कृषक मित्र रामकुमार वर्मा, कालेश्वर यादव, सुरेंद्र प्रसाद, सुनील वर्मा, नेयामत अंसारी, मो आलम, रीतलाल महतो आदि की भूमिका रही। उक्त अवसर पर किसान बासुदेव यादव, भोला राम, इफ्तेखार आलम, रंजीत पासवान आदि मौजूद थे।