धनबाद। कोयला कामगारों के वेतन समझौते के वित्तीय पहलुओं पर विचार के लिए बनी समिति की पहली बैठक 4 अगस्त को बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में हुई। बैठक करीब डेढ़ घंटे चली। इस बैठक में पेश आंकड़ा देखकर श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों के माथे पर बल पड़ गया।
जानकारी हो कि कोयला कामगारों के वेतन समझौते में डेढ़ साल से अधिक का विलंब हो चुका है। इस मामले पर केंद्रीय श्रमिक संगठन के सदस्यों की केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी से भी 2 अगस्त को बात हुई थी। इसमें मंत्री ने यथाशीघ्र वेतन समझौते के लिए कोल इंडिया को निर्देश देने की बात कही थी।
बताते चलें कि कामगारों के वेतन समझौते के वित्तीय पहलुओं पर चर्चा करने के लिए 6 जुलाई को समिति बनाई गई थी। बैठक में बीसीसीएल के सीएमडी सह कोल इंडिया के निदेशक (वित्त) एवं कमेटी के अध्यक्ष समीरन दत्ता, कार्यकारी निदेशक (कार्मिक) अजय कुमार चौधरी, मुख्य वित्तीय अधिकारी सुनील कुमार मेहता, एटक से लखन लाल महतो, सीटू से डीडी रामानंदन एवं हिमस से सिद्धार्थ गौतम ने हिस्सा लिया।
बैठक लगभग डेढ़ घंटे चली। इसमें प्रबंधन ने एक आंकड़े दिए गए। इसे देखकर श्रमिक प्रतिनिधियों ने सिर पिट लिया। एटक के लखनलाल महतो ने बताया कि ये आंकड़े जेबीसीसीआई की तीसरी बैठक में भी दिये गये थे। बैठक में कुछ निर्णय नहीं हो सका।
ये आंकड़े दिए गए
